प्रकाश स्तंभ

नई विधानसभा का स्ट्रक्चर ही बेहद सुंदर… 7 माह बाद यहीं बजट सत्र की कोशिश…पर चारों ओर की सड़कें दिक्कत देंगी

The Stambh on the spot: विस परिसर-मंत्रालय के बीच की रोड ही बड़ी परेशानी

नया रायपुर में बनाए जा रहे छत्तीसगढ़ के नए विधानसभा का स्ट्रक्चर लगभग पूरा हो गया है और स्ट्रक्चर रूप में ही यह बेहद खूबसूरत नजर आने लगा है। सीएम और मंत्रियों के बंगलों के साथ नए विधानसभा भवन का काम भी तेज है। सरकार चाहती है कि सात माह बाद यानी फरवरी 2025 में बजट सत्र इसी भवन में हो। इसलिए पिछले दो-तीन दिन से नए विधानसभा परिसर में गहमागहमी तेज है। सीएम विष्णुदेव साय पी. दयानंद और राहुल भगत के साथ इसके काम की समीक्षा कर चुके हैं। गुरुवार को चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन ने अफसरों के साथ नए भवन के एक-एक कोने में चल रहे काम के बारे में जानकारी ली है। शुक्रवार को सुबह संसदीय कार्यमंत्री केदार कश्यप तथा विधानसभा सचिव ने पीडब्लूडी सचिव डा. कमलप्रीत सिंह तथा कई विभागों के अफसरों के साथ इस विधानसभा परिसर का मुआयना किया।
पूरी विधानसभा चलेगी सौर ऊर्जा से, लगाए पैनल
नए विधानसभा परिसर की परिसर की कुछ खास बातें भी सामने आई हैं। जैसे, यह पूरा परिसर सौर ऊर्जा से चलेगा, जिसके पैनल विशाल एरिया में लग चुके हैं। बिजली का सिस्टम इस तरह से स्मार्ट बन रहा है कि जरूरत पर लाइटें अलग-अलग अपने आप आन या आफ हो जाएंगी।  अफसरों ने बताया कि लगभग 45 एकड़ में बन रही इस विधानसभा में 700 गाड़ियां पार्क हो सकेंगी, यानी जगह ही जगह है।
द स्तंभ सर्वे…भविष्य के लिए सड़कें अपर्याप्त
द स्तंभ टीम ने भी इस परिसर और आसपास का मुआयना किया है। अभी यह परिसर निर्माणाधीन है, लेकिन भविष्य के बारे में सोचा जाए तो इसके चारों तरफ की सड़कों की चौड़ाई बहुत कम है। खासकर विधानसभा और मंत्रालय परिसर के बीच, जहां से मंत्रालय के पूरे अधिकारी सत्र के दौरान विधानसभा आना-जाना करेंगे। अभी सुबह और शाम 5 बजे बसों तथा मंत्रालय आने वालों की गाड़ियों के कारण इस सड़क पर जाम के हालात रहते हैं। जब विधानसभा में सत्र चलेगा, तो इस समय इसी सड़क पर हालात बेहद बिगड़ जाएंगे। दूसरा, विधानसभा भवन के लिए एंट्री पूर्व की ओर से है। सामने की सड़क लगभग बंद रहेगी, इसलिए दोनों किनारों की सड़कें ट्रैफिक के लिए नाकाफी हो जाएंगी, क्योंकि बाहर से बिना कार पास के आने वाले अपनी गाड़ियां लाइन से वहीं पार्क करेंगे, जैसा अभी मौजूदा विधानसभा के चौक के दोनों ओर कारें लाइन से लगाई जा रही हैं। इनके लिए पार्किंग की जगह है, लेकिन वहां पार्किंग देने से सामने के दोनों मैदानों में सैकड़ों पेड़ काटने पड़ सकते हैं, जो अभी जंगल बन चुके हैं।
सीएस जैन के निर्देशः 3-डी पेंटिंग्स्, बस्तर आर्ट रखें
चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन ने अफसरों को समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि इस परिसर में बनने वाले गार्डन का डिज़ाइन और इसकी पेंटिंग के कलर को विधानसभा से अनुमोदित करवाया जाएगा। विधानसभा भवन का हॉल ऐसा बनाया जाएगा, जिसमें छत्तीसगढ़ की संस्कृति, 3-डी पेंटिंग्स, दरवाजों पर कलाकृतियां, बस्तर और जशपुर आर्ट तथा एलईडी टेकनिक का शानदार समावेश रहना चाहिए।सीएम जैन ने कहा कि स्पीकर डा. रमन सिंह के निर्देशानुसार निर्धारित समय में काम पूरा होना चाहिए। निर्माण कार्य अच्छी गुणवत्ता के साथ भविष्य की जरूरतों के हिसाब से किए जाएं। इस बैठक में पीडब्लूडी सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, संस्कृति सचिव अन्बलगन पी, वन एवं पर्यावरण सचिव आर संगीता, सचिव संसदीय कार्य एस. प्रकाश, विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा, एनआरडीए के सीईओ सौरभ कुमार सहित कई आला अफसर मौजूद थे।
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button