न्यूज रील…कोल स्कैम में सौम्या की जमानत खारिजः कोरिया के सिविल सर्जन सस्पेंडः महादेव सट्टे के आरोपी अभी जेल में ही रहेंगे
छत्तीसगढ़ के चर्चित कोयला घोटाले में करीब सवा साल से जेल में बंद पूर्व उपसचिव सौम्या चौरसिया की जमानत अर्जी रायपुर की विशेष अदालत ने फिर खारिज कर दी है। सौम्या की जमानत अर्जियां सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट से भी खारिज हो चुकी हैं। जांच एजेंसियों की ओर से अभियोजन ने सौम्या को जमानत देने का विरोध किया। विशेष कोर्ट के समक्ष वकीलों ने कहा कि केस डायरी से यह स्पष्ट है कि 25 रुपए की कोल लेवी ली जा रही थी। यही नहीं, ईओडब्लू में अभी इस मामले की जांच चल रही है। जमानत मिलने पर जांच प्रभावित हो सकती है। इस आधार पर पर विशेष अदालत ने सौम्या को जमानत देने से इंकार कर दिया।
मरीज से पैसे की मांग, नहीं तो इलाज नहीं किया
कोरिया जिले के प्रभारी सिविल सर्जन डा. राजेंद्र बंसरिया को एक मरीज से कथित तौर पर आपरेशन करने के लिए पैसों की मांग तथा ऐसा नहीं करने पर मरीज का इलाज ही नहीं करने की शिकायत के बाद राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग ने सस्पेंड कर दिया है। इस तरह के आरोप में किसी पदधारी डाक्टर के निलंबन का यह बड़ा मामला है। अब तक निलंबन के ज्यादातर मामले इलाज में लापरवाही के आरोपों को लेकर ही होते रहे हैं। डा. बंसरिया पर आरोपों के बारे में प्रतिवेदन कोरिया के सीएमएचओ ने भेजा था स्वास्थ्य विभाग के अवर सचिव की की ओर से जारी आदेश के मुताबिक निलंबन के दौरान डा. बंसरिया का मुख्यालय सरगुजा के संभागीय संयुक्त संचालक दफ्तर में रहेगा।
महादेव सट्टाः आरोपियों की फिर बढ़ी रिमांड
महादेव ऑनलाइन सट्टे में ईडी के अलावा छत्तीसगढ़ की एजेंसी ईओडब्लू ने भी एफआईआर कर रखी है। इस मामले में पूर्व पुलिस कर्मियों और कारोबारियों को जेल भेजा गया था। रायपुर की विशेष अदालत ने इस मामले में जेल में बंद पूर्व एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, वर्मा, राहुल वकटे, रितेश यादव, भीम यादव, अमित अग्रवाल, सुनील दम्मानी, सतीश चंद्राकर और अर्जुन यादव को 10 जुलाई तक न्यायिक रिमांड बढ़ाकर जेल में ही रखने के आदेश जारी किए हैं। इस मामले में ईओडब्लू की कार्रवाई जल्दी ही तेज होने वाली है।