बड़ी खबर… अमित शाह की पोस्ट : अबूझमाड़-उत्तर बस्तर नक्सल हिंसा से मुक्त… दो दिन में 258 नक्सलियों का सरेंडर… कल जगदलपुर में 140 डालेंगे हथियार

गढ़चिरौली में नक्सल नेता भूपति के सरेंडर के बाद बस्तर और महाराष्ट्र के माओवादी संगठन में अफरातफरी मच गई है और दो फाड़ की स्थिति है। गढ़चिरौली, कांकेर तथा आसपास को मिलाकर पिछले दो दिन में 258 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। बड़ी खबर ये है कि कल जगदलपुर में सीएम साय के सामने कमांडर रुपेश के नेतृत्व में 140 नक्सली हथियार डालने वाले हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट कर दी है कि एक समय आतंक का गढ़ रहे छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ और नॉर्थ बस्तर को आज नक्सली हिंसा से पूरी तरह मुक्त घोषित कर दिया गया है। अब छिटपुट नक्सली केवल साउथ बस्तर में बचे हुए हैं, जिन्हें सुरक्षा बल शीघ्र ही समाप्त कर देंगे। छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने नक्सलियों से अपील की है कि तुरंत हथियार छोड़कर मुख्यधारा में आएं, या फिर परिणामों का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पोस्ट में लिखा- जनवरी 2024 में छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के बाद से 2100 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, 1785 को गिरफ्तार किया गया है और 477 को न्यूट्रीलाइज किया गया है। यह 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के हमारे दृढ़ संकल्प का प्रतिबिम्ब है। सीएम साय ने भी सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया किछत्तीसगढ़ में पिछले 22 महीनों में 477 नक्सली न्यूट्रलाइज किए गए, 2110 ने आत्मसमर्पण किया और 1785 गिरफ्तार हुए हैं जो हमारे छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त करने के अडिग संकल्प का प्रमाण है। 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त बनाने का लक्ष्य अब बहुत निकट है। यह परिवर्तन हमारी “नक्सलवादी आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025” और “नियद नेल्ला नार” योजना की सफलता का प्रमाण है। डबल इंजन सरकार की संवेदनशील नीतियों, बस्तर में स्थापित हो रहे सुरक्षा शिविरों तथा वनांचलों में शासन के प्रति बढ़ते विश्वास ने ही इस सकारात्मक परिवर्तन को संभव बनाया है। मैं हमारे सुरक्षाबलों के अदम्य साहस और बलिदान को नमन करता हूँ। बस्तर अब भय का नहीं, विश्वास का प्रतीक बन चुका है। अबूझमाड़ और उत्तर बस्तर नक्सल आतंक से पूरी तरह मुक्त हो चुके हैं, जबकि दक्षिण बस्तर में यह लड़ाई अपने निर्णायक मोड़ पर है। सीएम ने लिखा- जो नक्सली शांति और विकास का रास्ता चुनना चाहते हैं, उनका स्वागत है। लेकिन जो बंदूक उठाकर समाज में आतंक फैलाने की कोशिश करेंगे, उन्हें हमारी सुरक्षा बलों की सख़्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
इधर, डिप्टी सीएम तथा गृहमंत्री विजय शर्मा ने मीडिया को बताया कि छत्तीसगढ़ में नक्सल उन्मूलन अभियान को बड़ी सफलता मिलने जा रही है। जगदलपुर में सीएम विष्णुदेव साय के 17 अक्टूबर, शुक्रवार को नक्सली नेता रूपेश के नेतृत्व में करीब 140 माओवादी 100 से अधिक हथियारों के साथ सरेंडर करने जा रहे हैं। इसके अलावा भी बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर करने के लिए तैयार हैं। राज्य सरकार मुख्यधारा में लौटने वालों का स्वागत “रेड कार्पेट” बिछाकर करेगी।