कौन कलेक्टर-एसपी फील्ड पर चाहिए और कौन मंत्रालय-पीएचक्यू में, इसकी समीक्षा शुरू… कलेक्टर्स-एसपी कांफ्रेंस के नतीजों के रूप में बदलाव की सूचियां धनतेरस तक

राजधानी में दो दिन की कलेक्टर्स-एसपी कांफ्रेंस सोमवार की रात खत्म हुई और सभी 33 जिलों से आए कलेक्टर-एसपी अपने क्षेत्रों को लौटने लगे, लेकिन राज्य शासन की हाईलेवल टीम ने अपना काम देर रात तक जारी रखा। उच्चस्तरीय टीम देर रात तक इस बात की समीक्षा में लगी हुई है कि जिलों की समीक्षा के बाद अब कौन-कौन से कलेक्टर और एसपी की जरूरत फील्ड में है और किनकी जरूरत मंत्रालय तथा पुलिस मुख्यालय में महसूस हो रही है। ऐसी चर्चाएं सरकार के गलियारों में फैल रही हैं कि कम से कम पांच मौजूदा कलेक्टरों की मंत्रालय में जरूरत महसूस की जा रही है, जबकि लगभग छह एसपी की पुलिस मुख्यालय तथा पुलिस की अन्य इकाइयों में जरूरत है। बड़े बदलाव पर मंथन शुरू होने की सूचना आ रही है। यह भी कहा जा रहा है कि जिन अफसरों की जहां जरूरत है, उनके लिए धनतेरस से पहले प्रशासनिक और पुलिस फेरबदल की सूचियां जारी कर दी जाएंगी।
किसी भी स्तर से इस बात की पुष्टि नहीं हो पा रही है कि धनतेरस से पहले यानी 17 अक्टूबर तक (चार दिन के भीतर) कलेक्टर और एसपी में बड़ा बदलाव होने वाला है। ऐसा होगा या नहीं, इस बारे में भी सब खामोश हैं लेकिन सिर्फ एक बात की पुष्टि हो रही है कि हर जिले के कामकाज की समीक्षा के दौरान कुछ जिलों के परफार्मेंस से सीएम विष्णुदेव साय नाराज हैं। यह नाराजगी बदलाव में तब्दील होगी या सबको और मौका दिया जाएगा, इस बारे में भी सरकार में गहरी चुप्पी है। लेकिन जानकारों का कहना है कि अब मामला मौके का नहीं है और सूचियां आनी लगभग तय हैं। यह भी कहा जा रहा है कि प्रशासन और पुलिस में जरूरत के अनुरूप बदलाव के साथ-साथ राज्यसेवा के सीनियर प्रशासनिक और पुलिस अफसरों में भी बदलाव संभव है और यह भी दीपावली के पहले हो सकता है।