रेगिस्तानी हवा से पानी हटाने जैसी चमत्कारिक खोज… इसी पर तीन वैज्ञानिकों को केमिस्ट्री का नोबेल… बड़ी बात- एक साइंटिस्ट 88 साल के

रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने बुधवार को रसायन विज्ञान के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। एकेडमी के महासचिव हैंस एलेग्रेन ने नोबेल पुरस्कारों का ऐलान किया। इस साल 3 वैज्ञानिकों सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉब्सन और उमर एम याघी को इस सम्मान से नवाजा जाएगा। उन्हें मेटल ऑर्गेनिक स्ट्रक्चर के विकास में उनके कार्यों के लिए नोबेल से सम्मानित किया जा रहा है। नोबेल समिति ने कहा कि तीनों वैज्ञानिकों ने मॉलिक्युलर ढांचे का एक नया प्रारूप विकसित किया है।
रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार जीतने वालों में एक साइंटिस्ट रॉब्सन 88 साल के हैं। वे ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं। इसी तरह, 74 वर्षीय कितागावा जापान के क्योटो विश्वविद्यालय के हैं। 60 वर्षीय याघी का संबंध कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले से हैं। इन वैज्ञानिकों ने अलग-अलग काम करते हुए, 1989 से चले आ रहे अनुसंधान में एक-दूसरे की सफलताओं को जोड़ते हुए, स्टेबल मेटल ऑर्गेनिक ढांचे बनाने के कई तरीके ईजाद किए। ये ढांचे अपने अंदर गैसों को एब्जॉर्ब कर सकते हैं। आज के युग में यह तकनीक बेहद जरूरतमंद साबित हो सकती है, खासकर इनकी मदद से वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड को हटाने या शुष्क रेगिस्तानी हवा से पानी हटाने जैसे प्रयोग सफल हो सकते हैं।