छोटे से कमरे में 14 गाय-बछड़ों को ठूंस दिया…तीन दिन पहले मरे पर किसी ने कमरा नहीं खोला…गांव के 4 गिरफ्तार
शुक्रवार को सुबह बलौदाबाजार में लवन इलाके के गांव मरदा में एक छोटे से कमरे से 4 गाय और 10 बछड़ों के शव मिलने की सूचना से खलबली मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे से मृत मवेशियों को निकलवाया। इस दौरान पता चला कि इससे लगे दो और कमरों में गोवंश को इसी तरह रखा गया है। पुलिस ने पड़ताल शुरू की, तब पता चला कि धान समेत फसलें अब ऊंची हो रही हैं। मवेशियों से इन फसलों को खतरा बढ़ा तो गांववालों ने एक समिति बनाकर उसे जिम्मा दिया कि सभी आवारा मवेशियों को कमरों में बंद रखा जाए। समिति के सदस्यों ने एक मकान के तीन कमरों में मवेशियों को बंद कर दिया। एक कमरे से बदबू आने लगी, तब से खुलवाया गया तो मवेशी मृत मिले। पुलिस ने पशु क्रूरता के मामले में समिति के चार सदस्यों सुशील कुमार साहू, तेरस राम साहू, लक्ष्मी प्रसाद यादव और राकेश कुमार जांगडे को गिरफ्तार कर लिया है। सभी मरदा गांव के ही रहनेवाले हैं।
सुबह मिली सूचना के बाद कुछ देर में ही गांव पहुंची लवन पुलिस ने बताया कि मवेशी कुछ दिन से कमरे में हैं और अनुमान है कि एक कमरे के गाय-बछड़ों की मौत कम से कम तीन दिन पहले हुई होगी। पुलिस इस आशंका की भी जांच कर रही है कि मवेशियों की मौत का पता तीन दिन बाद चला, इससे यह भी सिद्ध होता है कि बंद करने के बाद उन्हें कम से कम तीन दिन से कमरे से बाहर ही नहीं निकाला गया। कमरा रोज नहीं खुला, इसलिए मवेशियों की मौत का पता ही नहीं चल पाया। गांववालों ने बताया कि आवारगा मवेशियों से फसलों की सुरक्षा के लिए गांववालों ने तय किया था कि मवेशियों को किसी मकान में रखा जाए। इस मकान को सबकी सहमति से चिन्हित किया गया। एक समिति बनाकर उन्हें मवेशियों की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया। पुलिस ने बताया कि इन्हीं तथ्यों के आधार पर किसान समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यों के विरुद्ध थाना लवन में धारा- पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11 ज,झ एवं छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण नियम 2014 की धारा 09 के तहत केस दर्ज किया। इन्हें शुक्रवार शाम ही कोर्ट में पेश कर दिया गया है।