अशोक जुनेजा के प्रशासन पर “विष्णु के सुशासन” की भी मोहर…फरवरी तक डीजीपी रहने का आदेश साय सरकार से जारी
छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा को विष्णुदेव साय सरकार की अनुशंसा पर छह महीने की सेवावृद्धि देने का आदेश केंद्र सरकार ने 4 अगस्त को जारी किया और 24 घंटे के भीतर राज्य सरकार ने उनके फरवरी तक छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक बने रहने पर मुहर लगा दी। शनिवार को छत्तीसगढ़ के गृह विभाग ने आदेश जारी कर डीजीपी अशोक जुनेजा की सेवावृद्धि 4 अगस्त से अगले छह माह यानी 4 फरवरी 2025 तक बढ़ाने का आदेश जारी कर दिया है। राज्य के प्रशासनिक गलियारे में अशोक जुनेजा की सेवावृद्धि को उनकी प्रशासनिक महारत पर विष्णुदेव साय के सुशासन की मोहर माना जा रहा है। जुनेजा के लो-प्रोफाइल रहकर मजबूती से काम करने की शैली को भी उनकी सेवावृद्धि की एक वजह माना जा रहा है। अफसरों में चर्चा है कि जुनेजा अपनी निष्पक्ष कार्यशैली की वजह से ही कांग्रेस सरकार में काम करने के बाद भाजपा की साय सरकार का भरोसा भी जीतने में सफल रहे हैं।
केंद्र सरकार के कार्मिक मंत्रालय में डायरेक्टर साक्षी मित्तल ने डीजीपी जुनेजा को छह माह का एक्सटेंशन देने के आदेश शुक्रवार को ही जारी कर दिए थे। छत्तीसगढ़ सरकार ने इसी आदेश के हवाले से उनकी सेवावृद्धि पर मुहर लगाई। हालांकि प्रदेश सरकार की ओर से हफ्तेभर पहले जुनेजा को सेवावृद्धि देने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था, जिसे मंजूरी दी गई। जुनेजा 1989 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अफसर हैं और मूलतः इंजीनियर हैं। उन्होंने एमएससी-एमटेक की डिग्री हासिल करने के बाद यूपीएससी क्रैक की थी। रायपुर एसएसपी समेत अशोक जुनेजा छत्तीसगढ़ में पुलिस महकमे से जुड़े सभी पदों पर रह चुके हैं। यही नहीं, केंद्र में प्रतिनियुक्ति के दौरान वे कामनवेल्थ गेम्स में सुरक्षा का जिम्मा भी संभाल चुके हैं। डीजीपी जुनेजा के प्रशासनिक कौशल और साफ-सुथरी कार्यशैली को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने नवंबर 2021 में उन्हें डीजीपी बनाया था। इससे पहले वे छत्तीसगढ़ के एडीजी इंटेलिजेंस (खुफिया विभाग के चीफ) भी थे।
रायपुर से दिल्ली तक महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां
अशोक जुनेजा ने आईपीएस अफसर के तौर पर 21 अगस्त 1989 में छत्तीसगढ़ में ज्वाइनिंग दी थी। उसके बाद वे लगभग सभी बड़े जिलों में एसपी रहे। डीजीपी बनने से पहले जुनेजा छत्तीसगढ़ में एडीजी नक्सल आपरेशंस और सीएएफ-एसटीएफ का प्रभार भी संभाल चुके हैं। वे राज्य पुलिस अकादमी के महानिदेशक रहे। उन्होंने पुलिस महकमे में प्रशासन से ट्रेनिंग तक की जिम्मेदारियां संभाली हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान कामनवेल्थ गेम्स के सिक्योरिटी इंचार्ज के अलावा अशोक जुनेजा ने दिल्ली नारकोटिक्स विभाग में अपनी सेवाएं दीं थीं। भले ही उन्हें सरकार ने नवंबर 2021 में डीजीपी नियुक्त किया था, लेकिन पूर्णकालिक डीजीपी के तौर पर अशोक जुनेजा 5 अगस्त 2022 से सेवाएं दे रहे हैं और अब फरवरी 2025 तक डीजीपी बने रहेंगे।