The Stambh Analysis : चीफ सेक्रेटरी पोस्ट 94 बैच के आईएएस को… उनसे सीनियर IAS रेणु पिल्लई, सुब्रत साहू को साय सरकार दे सकती है सीएस के समकक्ष पद… इस मुद्दे पर मंथन

छत्तीसगढ़ सरकार ने 1994 बैच के आईएएस विकास शील को चीफ सेक्रेटरी बनाया है। उनसे तीन अफसर आईएएस रेणु पिल्लई, सुब्रत साहू और अमित अग्रवाल (डेपुटेशन। छत्तीसगढ़ कैडर में हैं। अब सीनियर अफसर मंत्रालय में कैसे रहेंगे, यह चर्चा ज़ोरों पर है। प्रदेश के आईएएस आईपीएस कैडर में यह बात भी चर्चा का विषय है की चीफ सेक्रेटरी का पद सीनियोरिटी के आधार पर आखिरी बार शिवराज सिंह को दिया गया था। तब से यह परंपरा ही बन गई है कि सीनियर मोस्ट आईएएस को चीफ सेक्रेटरी नहीं बनाया जा रहा है। हालांकि खबर ये भी है कि रेणु पिल्लई और सुब्रत साहू, दोनों को ही ऐसा पद दिया जा सकता है, जो चीफ सेक्रेटरी के समकक्ष हो।
राज्य और केंद्रीय सेवा के जानकारों ने नियमों का हवाला देते हुए यह खुलासा भी किया कि ऐसी कोई अनिवार्यता नहीं है कि सरकार अगर जूनियर को चीफ सेक्रेटरी नियुक्त करे तो सीनियर्स को सीएस के समकक्ष पद देकर मंत्रालय ही बाहर ही भेजना है। यह केवल एक मान्य परंपरा है, जिसका पालन वर्षों से किया जा रहा है। दूसरा, जानकारों का यह भी कहना है कि शासन के सभी विभाग चीफ सेक्रेटरी के अधीन हैं। संवैधानिक व्यवस्था में विभाग मंत्रियों के अधीन रहते हैं और सचिव इनके कार्यकारी प्रमुख रहते हैं। इस तरह, चीफ सेक्रेटरी का काम मुख्यतः विभागीय समन्वय का है। अगर कोई सीनियर अफसर विभाग का दायित्व संभाल रहे हैं, तो इसका आशय यह बिल्कुल नहीं है कि वे चीफ सेक्रेटरी के अधीनस्थ हो जाएँगे। बहरहाल, मंत्रालय समेत आईएएस-आईपीएस लॉबी में इस मुद्दे पर काफ़ी दिलचस्प और ज्ञानवर्धक चर्चाएं चल रही हैं। नए चीफ सेक्रेटरी विकास शील 30 सितंबर तक चार्ज लेंगे। सीनियर आईएएस रेणु पिल्लई और सुब्रत साहू के संबंध में सरकार तब तक फैसला ले सकती है।