बेहद चिंताजनक… नौकरी के लिए अंगारों पर चले बर्खास्त सहायक शिक्षक… आंदोलन अब नए तथा बेहद गंभीर मोड़ पर

छत्तीसगढ़ में बर्खास्त किए गए लगभग तीन सौ सहायक शिक्षकों का आंदोलन अब सेल्फ हार्म की शक्ल में चिंताजनक होने लगा है। शनिवार रात बर्खास्त सहायक शिक्षकों ने रैंप जैसा बनाकर आग लगाई और अंगारों पर चलकर निकले। तकरीबन सौ बर्खास्त शिक्षकों ने ऐसा किया, जिनमें लड़कियां भी शामिल थीं। शिक्षकों ने इसे अग्निपरीक्षा का नाम दिया है। मौके पर पुलिस की मौजूदगी को लेकर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि अंगारों पर चलते हुए कोई भी हादसे का शिकार हो सकता था। सरकार ने कुछ माह पहले बर्खास्त शिक्षकों की नौकरी के मसले को हल करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी। उस कमेटी ने चाहे जो भी किया होगा, लेकिन एंड रिजल्ट यह है कि टीचर्स की वापसी नहीं हुई है। उन्हें बर्खास्त किया जाना सही था, वापस लेना या नहीं लेना सही होगा, बात इसकी नहीं है। बात सिर्फ इतनी है कि लंबे समय से आंदोलनरत लेकिन मांग पूरी नहीं होने से हताश टीचर्स का आंदोलन सेल्फ हार्म की दिशा में बढ़ा है और अब इसका युद्धस्तर पर हल निकालना बेहद जरूरी हो गया है।
बर्खास्त सहायक शिक्षक पिछले 113 दिन से नौकरी में वापस एडजस्टमेंट की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। इनकी संख्या तकरीबन 28 सौ है, जिनमें महिलाओं और पुरुषों की संख्या लगभग बराबर है। लगातार चल रहे इस आंदोलन में बीच-बीच में कुछ अलग करके ये बर्खास्त टीचर्स चर्चा में बने हुए हैं। लेकिन इस बार आंदोलन अलग तरह का है। अब तक आपने धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप अंगारों पर चलने की बात सुनी होगी, कइयों ने यह देखा भी है। ऐसा संभवतः पहली बार हुआ है, जब करीब 10 फीट की पट्टी में आग चलाकर आंदोलनकारी इससे गुजर गए। इसकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं। इस मामले में प्रशासन और पुलिस अजीबोगरीब चुप्पी साधे हुए है। आंदोलनस्थल पर आग से गुजरनेवाली महिला टीचर्स हताशा में कह रही थीं कि जिस तरह सतयुग में अपनी सत्यता ोक सिद्ध करने के लिए माता सीता को अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी, वैसी ही परीक्षा आज हम दे रहे हैं।