रायपुर मेडिकल कॉलेज की छात्रा ने एचओडी पर बैड टच, ग़लत नीयत और हैरेसमेंट की रिपोर्ट करवाई… पुलिस ने शुरू की डॉक्टर की तलाश

रायपुर मेडिकल कॉलेज की एक छात्रा ने अपने पूरे एचओडी (विभागाध्यक्ष) डॉ आशीष सिन्हा के खिलाफ मौदहापारा थाने में बैड टच, बुरी नीयत से बातचीत और हैरेसमेंट के गंभीर आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवा दी है। पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद डॉ सिंह की तलाश शुरू कर दी है। आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। रायपुर के पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज का संभवतः ये पहला केस है, जिसमे मेडिकल छात्रा ने सीधे एचओडी के खिलाफ रिपोर्ट करने की हिम्मत दिखाई है। इस रिपोर्ट के बाद सिर्फ रायपुर ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में सरकारी मेडिकल कॉलेजों की फैकल्टी में खलबली मची हुई है।
इस मामले में मौदहापारा पुलिस ने डॉ सिन्हा के खिलाफ नए कानून की सख्त धाराओं में केस रजिस्टर किया है। मीडिया में इस एफआईआर की कॉपी वायरल हुई है। मेडिकल छात्रा ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ सिंह काफ़ी अरसे से ग़लत नीयत रखते थे। व्यक्तिगत सवाल, असम्मानजनक टिप्पणियां और घूरते थे। पिछले साल छात्रा को एक डिपार्टमेंट में अश्लील फोटो दिखाने की कोशिश की। हाथ पकड़कर खींचने का प्रयास किया और छोटे कपड़ों में फोटो माँगी। छात्रा ने आरोप लगाया कि इस साल उसके साथ दो-तीन बार छेड़खानी की गई। पुलिस ने बताया कि केस रजिस्टर करके आरोपी डॉ आशीष सिन्हा की तलाश की जा रही है।