रायपुर फायरिंगः शूटरों के खाते में पैसे डालने वाले युवक को पंजाब से पकड़ा…जिस रिश्तेदार ने पैसे दिए वह भाग निकला
क्राइम ब्रांच शाम तक उसे लेकर रायपुर पहुंचेगी, कोर्ट में संभवतः कल पेश करेंगे
रायपुर में रिंग रोड-1 पर पीआरए कंस्ट्रक्शन के दफ्तर और कार पर फायरिंग के केस में क्राइम ब्रांच ने पंजाब से एक युवक को गुरुवार को पकड़ा, जिसमें रायपुर पहुंचे शूटरों के खाते में खर्च के लिए अकाउंट में पैसे डाले थे। रायपुर में बैंक ट्रांजेक्शन की जांच में चमन नाम के इस युवक के अकाउंट का पता चला। क्राइम ब्रांच उसे पंजाब से गिरफ्तार कर शुक्रवार को रायपुर ले आई। तेलीबांधा थाने में चमन ने पूछताछ में बताया कि उसे एक रिश्तेदार ने दोनों खातों में जमा करने के लिए पैसे दिए थे। यहां से तुरंत पंजाब में डेरा डाले बैठी क्राइम ब्रांच की टीम को एक्टिव किया गया। जब तक टीम उसके ठिकाने पर पहुंचती, बताते हैं कि वह भाग निकला। उसकी तलाश में दो-तीन जगह छापे मारे गए हैं, क्योंकि वही बता सकता है कि इस वारदात की सुपारी किसने ली थी, क्योंकि उसे सुपारी लेने वाले से ही रकम मिली थी।
चमन को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम शुक्रवार को सुबह रायपुर पहुंच गई। उससे पूछताछ पूरी हो चुकी है और कोर्ट में पेश किया जा रहा है। रायपुर के एएसपी क्राइम संदीप मित्तल ने बताया कि रायपुर फायरिंग केस में पुलिस ने हैंडलर समेत 6 गैंगस्टरों को जेल भेज दिया है। झारखंड के अमन साहू गैंग और लारेंस विश्नोई गैंग का काफी बड़ा कनेक्शन इस केस की जांच में सामने आया है। सूत्रों के अनुसार अमन गैंग के हैंडलर मयंक के कुछ और ई-मेल छत्तीसगढ़ में अलग-अलग कारोबारियों से रिकवर किए गए हैं। गैंगस्टर मयंक ने रायगढ़ और कोरबा में दो कारोबारियों को ई-मेल से धमकी दी थी। एक कारोबारी के स्टाफ पर झारखंड में तथा छत्तीसगढ़ में एक-एक बार गोली भी चलवाई जा चुकी है। हालांकि दोनों ही फायर धमकाने के लिए थे, जान लेने के लिए नहीं। रायपुर में भी इसी तरह की फायरिंग हुई, इसलिए पुलिस सभी मामलों में समानताओं को भी एस्टेबलिश कर रही है।
क्राइम ब्रांच की टीमें फैली हैं पांच राज्यों में
रायपुर फायरिंग केस में शूटरों को झारखंड से बाइक और पैसे देने वालों चार युवकों की गिरफ्तारी हुई है। चारों अभी रायपुर जेल में हैं। दोनों शूटरों की गिरफ्तारी बाकी है। क्राइम ब्रांच की आधा दर्जन से ज्यादा टीमें अब भी झारखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में बैठी हैं। माना जा रहा है कि इस केस में शूटरों के अलावा कुछ और गिरफ्तारियां बाकी हैं, जिनके नाम-पते अब तक गिरफ्तार हुए छह लोगों से पूछताछ में आ चुके हैं। नए कानून के तहत पुलिस अगले 90 दिन के भीतर इन्वेस्टिगेशन जारी रखने को आधार बनाकर कोर्ट में इनमें से किसी भी आरोपी को फिर रिमांड पर लेने की अर्जी दे सकती है और जेल से लाकर पूछताछ भी कर सकती है। चमन को मिलाकर इस केस में सातवीं गिरफ्तारी की गई है। पुलिस ने कहा कि इस केस में गैंगस्टरों को जिस किसी ने जरा सी भी मदद की है, उसे बख्शा नहीं जाएगा, ताकि गैंगस्टर रायपुर में दोबारा ऐसी किसी वारदात के लिए सोचें।