रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर को उत्कृष्ट शिक्षक का एक भी पुरस्कार नहीं… राज्यपाल-मुख्यमंत्री ने राज्यभर के 64 टीचर्स को किया सम्मानित

शिक्षक दिवस के मौके पर राज्यपाल रमेन डेका और सीएम विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को राजभवन में आयोजित गरिमामय समारोह में छत्तीसगढ़ के 64 शिक्षकों को राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित किया हैं। इनमें से चार को उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार दिया गया। इनमें सूरजपुर जिले के अजय कुमार चतुर्वेदी को डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्मृति पुरस्कार, कबीरधाम जिले के रमेश कुमार चंद्रवंशी को गजानन माधव मुक्तिबोध स्मृति पुरस्कार, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की सुनीता यादव को डॉ. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति पुरूस्कार और रायगढ़ जिले के भोजराम पटेल को डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर जैसे बड़े जिलों में, जहां शहरी इलाकों में अटैचमेंट में भी शिक्षक भरे पड़े हैं, वहां से कोई भी उत्कृष्ट टीचर का सम्मान हासिल नहीं कर पाया है।
राज्यपाल डेका और मुख्यमंत्री साय ने राजभवन के छत्तीसगढ़ मण्डपम् में आयोजित गरिमामय समारोह में वर्ष 2024 के उत्कृष्ट शिक्षकों को राज्यस्तरीय सम्मान प्रदान किया। इस मौके पर राज्य शिक्षक सम्मान-2025 के लिए चुने गए 64 शिक्षकों के नाम भी घोषित किए गए। समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल डेका ने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों के जीवन के प्रेरणास्रोत होते है। उनके विकास में शिक्षकों की बहुत बड़ी भूमिका है। आज का जीवन सरल नहीं है। गिरकर खड़े होना और जीवन की चुनौतियों का सामना कैसे किया जाए यह विद्यार्थियों को सीखाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एक गेम चेन्जर है। इस नीति के अनुरूप बच्चों को शिक्षा मिले यह शिक्षकों की जिम्मेदारी है।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि पिछले वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में भी व्यापक विस्तार हुआ है। आज प्रदेश में 20 से अधिक विश्वविद्यालय, 15 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज और राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्थान जैसे आईआईटी, आईआईएम, एम्स तथा लॉ विश्वविद्यालय हैं। सरकार का संकल्प है कि हर बच्चे को आसानी से शिक्षा उपलब्ध हो। इसी दृष्टि से प्रत्येक 1 किमी पर प्राथमिक विद्यालय, 3 से 4 किमी पर माध्यमिक विद्यालय, 6 से 7 किमी पर हाई स्कूल, 8 से 10 किलोमीटर पर हायर सेकेंडरी और हर विकासखंड में कालेज खोले जा रहे हैं। विशिष्ट अतिथि स्कूल शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होेने से प्रदेश में शिक्षा का स्तर आने वाले समय में और बेहतर होगा। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने स्वागत उद्बोधन दिया।