राष्ट्रपति मुर्मू का विधानसभा में विशेष संबोधन… प्रदेश में विकास के स्वर्णिम अध्याय की उम्मीद… कहा- छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के रजत जयंती वर्ष में विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करने के लिए सोमवार को सुबह रायपुर पहुंचीं। माना विमानतल पर राज्यपाल रमेन डेका और सीएम विष्णुदेव साय तथा मंत्रियों ने भव्य स्वागत किया। एयरपोर्ट से राष्ट्रपति मुर्मू छत्तीसगढ़ विधानसभा पहुचीं। वहाँ स्पीकर डॉ रमन सिंह तथा नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने राष्ट्रपति का आत्मीय स्वागत किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने विधानसभा परिसर में कदम्ब का पौधा लगाया।

विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने सदन की कुछ विशेषताओं का उल्लेख करते हुए सराहना की। जय जोहार और छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहकर संबोधन की शुरुआत करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने उत्कृष्ट परंपराओं के लिए यह कहकर प्रशंसा की कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में पिछले 25 वर्षों में एक बार भी विधायकों को नियंत्रित करने के लिए मार्शल का उपयोग नहीं हुआ है। उन्होंने कहा के छत्तीसगढ़ विधानसभा ने अब तक 565 विधेयक पारित किए हैं। इनमें महिलाओं की सुरक्षा और समावेशी विकास से जुड़े विधेयकों का पारित किया जाना गर्व का विषय है। राष्ट्रपति मुर्मू ने प्रदेश के प्राकृतिक सौंदर्य और संसाधनों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रकृति के संरक्षण और विकास के बीच समन्वय बनाए रखना विधानसभा सदस्यों का दायित्व भी है। राष्ट्रपति ने नक्सल समस्या का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश में उग्रवाद के ख़िलाफ़ अभियान निर्णायक दौर में है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बस्तर में विकाश का स्वर्णिम दौर शुरू होने जा रहा है।



