राजधानी रायपुर में दिल्ली-मुंबई की तरह बैठेंगे पुलिस कमिश्नर… इन्हें जज के अधिकार, सीजी में पहला शहर जहां ये सिस्टम… बस्तर-सरगुजा में सीएम ग्रामीण बस सेवा

79वें स्वतंत्रता दिवस पर छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड से प्रदेश के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं। इनमें रायपुर में पुलिस कमिश्नरी सिस्टम और बस्तर-सरगुजा में सीएम बसें चलाने की घोषणा अहम हैं। सीएम ने ऐलान किया कि रायपुर में शीघ्र ही पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू कर दी जाएगी। इसकी शुरुआत पुलिस कमिश्नर की पदस्थापना से होगी, जो पुलिस में एडीजी या आईजी रैंक के हो सकते हैं। दिल्ली और मुंबई समेत देश के कई महानगरों में पुलिस कमिश्नर बैठते हैं और उन्हें कई मजिस्टीरियल पावर हैं। मध्यप्रदेश में भी भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर बैठते हैं। वन क्षेत्रों में ग्रामीणों को ट्रांसपोर्ट उपलब्ध करवाने के लिए सीएम ग्रामीण बस सेवा शुरू की जा रही है। इससे प्रदेश के आखिरी कोने के गांवों तक बसें पहुंचाई जाएंगी। सीएम साय ने आज ही शहरों को संवारने के लिए सीएम नगरोत्थान योजना तथा छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव की शुरुआत भी की है।
स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश के नाम संबोधन में सीएम साय ने कहा कि जन-जन की सहभागिता से विकसित छत्तीसगढ़ का सपना साकार होगा। उन्होंने प्रदेशवासियों से आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ के निर्माण का आव्हान किया। सीएम साय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और सेना के वीर जवानों को नमन करते हुए कहा कि हम छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के 25 गौरवशाली वर्षों की विकास यात्रा को ’’छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव’’ के रूप में मना रहे हैं। सीएम साय ने कहा कि इस अवसर पर हम विकसित भारत-विकसित छत्तीसगढ़ का संकल्प लें। छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता अटलजी के सुशासन का दृढ़ संकल्प हमें शक्ति देता है। हम निश्चित ही जन-जन की सहभागिता से विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लक्ष्य को साकार करेंगे। गोस्वामी तुलसीदास का कथन ‘‘रामकाजु कीन्हें बिनु मोहि कहां बिश्राम‘‘ हमारा आदर्श वाक्य है। पं. दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सिद्धांत हमारे पथप्रदर्शक हैं।