नवा रायपुर से खरसिया-बलौदाबाज़ार को जोड़ने वाली नई रेलवेलाइन… निगम-मंडल मुख्यालयों के लिए नई बिल्डिंग, सौ बिस्तर अस्पताल तथा एक और थाना खोलने की तैयारी

नवा रायपुर के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार ने वहां कुछ और बड़ी सुविधाएं शुरू करने की तैयारी कर ली है। आवास और पर्यावरण विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम विष्णुदेव साय ने सुझाव दिया कि खरसिया-बलौदाबाजार-परमालकसा रेलवेलाइन को नया रायपुर से भी कनेक्ट किया जाए। साथ ही, आम लोगों की ज़रूरत के हिसाब से वहां बड़े पैमाने पर सुविधाएँ डेवलप की जाएं। इसी बैठक में बताया गया कि नवा रायपुर में राज्य सरकार के विभिन्न आयोग-बोर्ड-निगम आदि के लिए आयोग कॉम्पलेक्स तैयार करने की योजना है। वहां वर्किंग वुमन हॉस्टल, 100 बिस्तर अस्पताल भी प्लान में है। आबादी को ध्यान में रखते हुए नया थाना खोलने का प्रस्ताव भी भेजा गया है।
सीएम साय की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में मंत्री ओपी चौधरी, चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, सचिव श्री राहुल भगत, सचिव आवास-पर्यावरण अंकित आनंद समेत कई अधिकारी मौजूद थे। सीएम साय ने कहा कि नवा रायपुर देश की सबसे आधुनिक व खुबसूरत राजधानी है। देश के आई.आई.एम., ट्रिपल आई.टी., नेशनल लॉ विश्वविद्यालय जैसे शीर्ष शिक्षण संस्थान यहां स्थापित किए गए हैं। भविष्य में बसाहट और बढ़ेगी इसलिए यह आवश्यक है कि आगमाी जरूरतों के हिसाब से यहां नागरिक सुविधाओं का भी विस्तार किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा परमालकसा – खरसिया नई रेलवे लाईन का निर्माण बलौदाबाजार जिले से होकर किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस रेल लाईन को नवा रायपुर से जोड़ने की मंशा जाहिर की है। सीएम साय ने कहा कि विशाखापट्टनम को जोड़ने वाले एक्सप्रेस-वे का काफ़ी हिस्सा नवा रायपुर से गुज़र रहा है। इसलिए नवा रायपुर अटल नगर में एक लॉजिस्टीक हब की निर्माण आवश्यकता पर बल दिया।
मुख्यमंत्री ने आवास एवं पर्यावरण विभाग के अंतर्गत शामिल – छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण बोर्ड, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल, नगर तथा ग्राम निवेश, छत्तीसगढ़ भू-सम्पदा नियामक प्राधिकरण (रेरा), रायपुर विकास प्राधिकरण के काम-काज की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।