NEET का पर्चा बेहद कठिन था इसलिए छत्तीसगढ़ में MBBS दाखिले का कटआफ बहुत डाउन… पहले राउंड में जनरल उम्मीदवार का 477 नंबर में दाखिला

नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेस टेस्ट (NEET) का पर्चा बेहद कठिन आने का असर अब नजर आने लगा है। छत्तीसगढ़ के कालेजों में स्थानीय कोटे के उम्मीदवारों का जनरल का कटआफ पिछले साल की तुलना में कम से कम 75 नंबर डाउन हुआ है। पहले राउंड में जनरल कैटेगरी के उम्मीदवार को 477 नंबर में मेडिकल की सीट आवंटित कर दी गई है। इसी अनुपात में हर कैटेगरी के कोटे के कटआफ में बेहद कमी आई है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि छत्तीसगढ़ की मेरिट लिस्ट में 586 नंबर वाले उम्मीदवार की रैंक-वन है, जबकि पिछले साल इस रैंक पर प्रदेश में मेडिकल सीट ही बमुश्किल मिली थी।
छत्तीसगढ़ के मेडिकल कालेजों में सरकारी और प्राइवेट मिलाकर इस बार 11सौ से ज्यादा सीटें हैं। मेडिकल दाखिले का कटआफ हर साल 20 से 25 नंबर तक बढ़ता आया है। लेकिन इस बार नीट ने इतना कठिन पर्चा दिया था कि पूरे देश में किसी भी बच्चे के 720 में से फुल मार्क्स नहीं आए हैं। ऐसा कई साल में पहली बार हुआ है। छत्तीसगढ़ में नीट के टापर उम्मीदवारों के नंबर पिछले कई साल से औसतन 650 से 700 तक और ज्यादा भी आ रहे थे, लेकिन इस बार पूरा रिजल्ट औंधे मुंह गिरा है। नीट के जिन अभ्यर्थियों ने अपनी तैयारी के हिसाब से 700 नंबर के स्कोर की उम्मीद की थी, पर्चा इतना कठिन था कि ऐसे अभ्यर्थी भी 500 से 600 नंबरों के अंदर सिमट गए हैं। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ की मेरिट लिस्ट में टाप रैंकिंग वाला यूआर उम्मीदवार 586 नंबरों पर ही है। पहले राउंड के सीट अलाटमेंट के बाद अब दूसरे और मापअप राउंड की काउंसिलिंग बची है तथा दाखिले की आखिरी तारीख 30 सितंबर है। काउंसलर्स का मानना है कि जिन यूआर उम्मीदवारों ने 465 से ज्यादा नंबर हासिल किए हैं, देर-सवेर उन्हें भी सीट मिलने की संभावना है।