मैनपुर जंगल में माओवादियों ने गड़ा रखे थे 38 लाख रुपए, हथगोले और बारूदी सुरंगें…फोर्स ने खोदकर निकाले

रायपुर से सवा सौ किमी दूर मैनपुर के जंगल में फोर्स ने करीब 8-8 फीट गहरे गड्ढे खोदकर 38 लाख रुपए, हथगोले, बारूदी सुरंग का सामान तथा कई तरह की सामग्री निकाली है। गरियाबंद और धमतरी पुलिस ने सीआरपीएफ के साथ गोबरा और पेंड्रा के जंगल में माओवादियों की यह सामग्री पकड़ी है। माओवादियों ने अलग-अलग जगह स्टील के डिब्बों में दो हजार वाले 6 बंडल और और पांच सौ वाले 52 खोद निकाले हैं। इन गड्ढों में 23 हथगोले (बीजीएल), दो टिफिन बम, बारूदी सुरंग बनाने में इस्तेमाल होने वाले 13 डेटोनेटर, एक बंडल फ्यूज वायर, यूरिया, सेंसर, रिमोट समेत बहुत सामग्री मिली है।
मिली जानकारी के मुताबिक दोनों जिलों की फोर्स और सीआरपीएफ ने अलग-अलग सूचनाओं पर जंगल में यह अभियान शुरू किया था। आपरेशन 10 अगस्त को शुरू किया। सभी सामान निकालने में दो दिन लगे हैं। पुलिस ने बताया कि माओवादियों ने गड्ढे खोदकर सारा गोला-बारूद और रुपए दबाए थे और ऊपर झाड़ियां वगैरह डाल रखी थीं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक माओवादियों की ओड़िशा स्टेट कमेटी के धमतरी-गरियाबंद-नुआपाड़ा डिवीजन के माओवादियों ने भविष्य में फोर्स के साथ होने वाले संघर्ष को ध्यान में रखकर गड्ढों में बारूदी सामान तथा पैसे डम्प कर रखे होंगे। पैसों के बारे में यह बात आ रही है कि माओवादियों ने रकम स्थानीय व्यापारियों से लेवी के तौर पर इकट्ठा की थी। इसे गरियाबंद एवं धमतरी के अलग-अलग क्षेत्रों में छिपाया गया है। फोर्स को शक है कि गोबरा-पेंड्रा तथा आसपास के जंगलों में इसी तरह के और डम्प बी मिल सकते हैं। अब तक इन मामलों में गिरफ्तारी नहीं हुई, लेकिन फोर्स ने सर्चिंग तेज कर दी है।