श्रीशिवम शोरूम में 31 लाख की चोरी में कर्मचारी, रिश्तेदार व दोस्त फंसे… 16 लाख रुपए कैश बरामद, भागते हुए गिरकर एक का पैर टूटा… एसएसपी ने टीम को दिया ईनाम

पंडरी इलाके के बड़े क्लाथ शोरूम श्रीशिवम में 31 लाख रुपए की सनसनीखेज चोरी का क्राइम ब्रांच और सिविल लाइंस पुलिस ने चार दिन में भंडाफोड़ कर दिया है। चोरी में दुकान के एक कर्मचारी राजेश टंडन, उसका मामा परमेश्वर बघेल, उसके दोस्त मोहनीश श्रीवास्तव और सुरेश दीवान को गिरफ्तार कर लिया है। चारों से 16 लाख रुपए से ज्यादा कैश बरामद भी हो गया है। इसके अलावा वारदात में इस्तेमाल दो कारें, बाइक वगैरह को मिलाकर कुल 23 लाख का माल जब्त किया गया है। वारदात का मास्टरमाइंड शोरूम का कर्मचारी टंडन ही निकला है। वारदात की रात करीब 2 बजे रस्सी के सहारे शोरूम में घुसा और दरवाजा खोला। वापसी में रस्सी से ही उतरते समय पीछे वाली गली में गिरा और उसका पैर टूट गया। उसे ही पता था कि बैंक बंद होने के कारण दो दिन का कैश शोरूम में ही है।
भीड़भरे बाजार और गुरु गोविंद नगर की घनी आबादी के बीच चार मंजिला और लगभग पूरी तरह बंद श्रीशिवम शोरूम में बड़ी चोरी से सनसनी फैल गई थी। एसएसपी डा. लाल उमेद सिंह ने इस चोरी के खुलासे के लिए सिविल लाइंस पुलिस के साथ-साथ क्राइम ब्रांच को भी लगाया था। चोरी की रिपोर्ट 1 अप्रैल को शोरूम के संचालक संजय राठी ने दर्ज करवाई थी। चोरी गया कैश काउंटर में ही था। रविवार को एएसपी कीर्तन राठौर, एएसपी क्राइम संदीप मित्तल, डीएसपी क्राइम संजय सिंह तथा सीएसपी आईपीएस अजय कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में चोरी के चारों आरोपियों को जब्त कैश समेत मीडिया के सामने लाया और वारदात का ब्योरा दिया। अफसरों ने बताया कि चोरी में बड़ी टीम ने हर एंगल पर जांच की। दर्जनों सीसीटीवी फुटेज के एनलिसिस के बाद जांच टीम की नजरें किसी न किसी कर्मचारी की मिलीभगत पर टिकीं। मोबाइल के टावर डंप से जांच टीम को कर्मचारी राजेश टंडन पर शक हो गया, क्योंकि उसकी लोकेशन वारदात के समय दुकान के आसपास आई थी। टण्डन को छापा मारकर पकड़ा गया और पूछताछ की गई तो उसने सब कुछ उगल दिया। उसने बताया कि अपने मामा परमेश्वर तथा सुरेश दीवान के साथ मिलकर योजना बनाई थी। बाद में प्लान में मोहनीश उर्फ सिद्धार्थ को भी साथ ले लिया। टंडन रस्सी के जरिए शोरूम में घुसा, लेकिन उतरते समय गिरने से उसके पैर में गंभीर चोट आई। यह भी उसके पकड़े जाने की बड़ी वजह बनी। अफसरों ने कहा कि चुराई गई बाकी रकम भी जब्त हो जाएगी, इसलिए चारों आरोपियों को रिमांड पर लिया जा रहा है।
क्राइम ब्रांच-सिविल लाइंस पुलिस को 10 हजार ईनाम
एसएसपी ने इस इन्वेस्टिगेशन के लिए क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर परेश पांडेय, सिविल लाइंस टीआई रोहित मालेकर, क्राइम ब्रांच से ही एसआई मुकेश सोरी, एएसआई अतुलेश राय, प्रेमराज बारिक, प्रमोद वर्ठी, पुष्पराज सिंह परिहार, महेन्द्र सिंह राजपूत, चिंतामणी साहू, अनुप मिश्रा, सुनील सिलवाल, विजय पटेल, दीपक बघेल, संतोष दुबे, घनश्याम साहू, बसंती मौर्य, दिलीप जांगडे, बोधेन्द्र मिश्रा, केशव सिन्हा, राजेन्द्र तिवारी, विक्रम वर्मा, विकास क्षत्रिय, मनोज सिंह, आशीष राजपूत, संतोष सिन्हा, प्रदीप साहू, टीकम साहू, अभिषेक सिंह, शिवम द्विवेदी, मुनीर रजा, प्रमोद बेहरा, अमित वर्मा, अविनाश टण्डन, पुरूषोत्तम सिन्हा, अभिषेक सिंह तोमर, लालेश नायक तथा सिविल लाइंस थाने से एसआई जितेन्द्र दुबे, सिपाही महेन्द्र वर्मा, कमलेश राजपूत एवं शिवान्या पटेल की भूमिका की सराहना करते हुए 10 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया है।