एटीएम में पैसे खाते से कटे पर निकले नहीं, तो खतरा है… शातिर चोर पट्टी लगाकर नोट फंसा देता था, फिर इन्हें निकालकर गायब… रायपुर के कई एटीएम में लाखों की चपत, चोर नागपुर से अरेस्ट

पिछले कुछ समय से रायपुर में महाराष्ट्र के बेहद शातिर चोर ने एटीएम में लोगों को बड़ी चोट पहुंचाई। उसने टूट्यूब से मशीन को अस्थायी तौर पर टेंपर करने की तकनीक सीखी, जिसका इस्तेमाल रायपुर ही नहीं बल्कि इस इंटरस्टेट चोर ने देशभर में लिया। वह मशीन में पट्टी को इस तरह फंसाता था कि ट्रांजेक्शन पूरा होने के बाद रकम खाते से तो कट जाती थी, लेकिन बाहर आने के बजाय इसी पट्टी में फंस जाती थी। पैसे नहीं निकलने की वजह से कस्टमर वहां से हटकर कंप्लेन करता था, इस बीच चोर पट्टी में फंसे नोट निकालकर गायब हो जाता था। इसका खुलासा तब हुआ, जब कई शिकायतों की जांच कर रही क्राइम ब्रांच को टाटीबंध के बूथ में मशीन से पैसे निकालनेवाले इस शातिर का चेहरा फूटेज में मिला। इस क्लू का पीछा करते हुए क्राइम ब्रांच ने आखिरकार विश्वजीत सोमकुंवर नाम के इस शातिर को महाराष्ट्र में दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि इस तरीके से उसने नागपुर के कई एटीएम तथा रायपुर में यूनियन बैंक पंडरी, बैंक आफ इंडिया आमानाका और सेंट्रल बैंक आजात चौक से भी कई ग्राहकों के पैसे उड़ा दिए थे। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। एटीएम मशीन को टेंपर करने का तरीका और साजोसामान भी जब्त किया गया है। हालांकि इस कांड ने एटीएम मशीन की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए हैं। कई बार तकनीकी फाल्ट के कारण पैसे नहीं निकलते थे और कुछ देर में रकम वापस क्रेडिट हो जाती है। लेकिन अगर नहीं हुई तो ऐसे लोगों के लिए इस तरह के चोर और ऐसी वारदातें बेहद परेशान करनेवाली हैं।
पुलिस ने आमानाका के एटीएम में इस तरह की वारदात के बाद जांच शुरू की थी और एसएसपी डा. लाल उमेद सिंह ने जांच में क्राइम ब्रांच को इसलिए लगाया था, क्योंकि एटीएम मशीन में पैसे नहीं निकलने की दो-तीन शिकायतें और आ गई थीं। आमानाका में शिकायत की जांच के दौरान पुलिस ने बैंक अफसरों और जानकारों के साथ एटीएम मशीन और फुटेज पर फोकस किया। मशीन की जांच में पता चला कि जहां से मशीन पैसे निकालती है, वहां छेड़छाड़ हुई थी। यही पैटर्न कुछ वारदातों में मिला, तब आमानाका पुलिस ने जांच शुरू की। आरोपी का फुटेज मिला, लेकिन उसका पता ही नहीं चला। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने टेकनिकल एनलिसिस पर फोकस किया। तब पता चला कि नागपुर का विश्वजीत ऐसी वारदातें कर चुका है। यहां एटीएम से मिले फुटेज से उसकी पहचान हो गई। क्राइम ब्रांच ने उसे नागपुर से दबोच लिया।
इस तरह एटीएम की करता था टेंपरिंग
आरोपी विश्वजीत सोमकुंवर काले रंग की पट्टी को एटीएम मशीन की रकम निकलनेवाली जगह पर भीतर लगाता था। लोग एटीएम में ट्रांजेक्शन करते थे तो रकम वहां तक आती थी, बैलेंस कटता था लेकिन नोट भीतर लगी पट्टी में फंस जाते थे। संबंधित व्यक्ति के जाने के बाद वह पट्टी में फंसी रकम को निकाल लेता था। विश्वजीत को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके पास से ऐसी 9 नार्मल पट्टी, 8 रेडियम पट्टी, कैंची और बेलन भी जब्त किए, जिनका इस्तेमाल ऐसी चोरियों में किया गया था। इस कार्रवाई में क्राइम ब्रांच के प्रभारी इंस्पेक्टर परेश पांडेय, आमानाका थाने के इंस्पेक्टर सुनीिल दास, क्राइम ब्रांच से एसआई सतीश पुरिया, एएसआई फूलचंद भगत, हेड कांस्टेबल मार्तण्ड सिंह, उपेन्द्र यादव, बसंती मौर्य, अविनाश देवांगन, महिपाल सिंह ठाकुर, विकास शर्मा, किसलय मिश्रा, बीरेन्द्र बहादुर सिंह, अभिषेक सिंह तोमर तथा एएसआई श्याम थावरे की टीम लगी थी।