रायपुर में दो ईवीएम, एक में मेयर व दूसरी में पार्षद प्रत्याशी… मेयर वाला पार्ट सफेद, पार्षद वाला गुलाबी… पहला बटन दबाने पर छोटी, दूसरे में बड़ी बीप, और VOTE DONE


राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के 173 बड़े-छोटे शहरों में पहली बार इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से मतदान होने जा रहा है। खास बात ये है कि ईवीएम में एक बार में ही महापौर-अध्यक्ष तथा पार्षद प्रत्याशी के लिए वोट देना होगा। प्रत्याशियों में थोड़ी बेचैनी है कि कहीं कुछ लोगों को यह नया सिस्टम परेशान न करे। रायपुर कलेक्टर डा. गौरव कुमार से द स्तम्भ ने बातचीत की, तो उन्होंने रायपुर शहर के उदाहरण के साथ समझाया कि इसमें कुछ भी मुश्किल नहीं है और ईवीएम से बहुत आसानी से वोट दिया जा सकता है। कलेक्टर डा. गौरव कुमार ने रायपुर नगर निगम के मेयर और पार्षद प्रत्याशियों को वोट देने का जो तरीका बताया, उसे हूबहू प्रस्तुत कर रहे हैंः-
सबसे पहले, रायपुर में महापौर के लिए 16 उम्मीदवार हैं। वार्डों के उम्मीदवारों की संख्या अलग-अलग है, लेकिन यहां बूथ में आजू-बााजू लगाई गई दो ईवीएम से दोनों पदों के लिए वोट हो जाएगा। पहली ईवीएम में मेयर के 16 उम्मीदवारों का नाम तथा चुनाव चिन्ह होगा और इसका बैकग्राउंड सफेद (व्हाइट) रहेगा। इसके बगल में लगी ईवीएम में मेयर का नोटा बटन ऊपर होगा। इसके बाद जो हिस्सा गुलाबी (पिंक) बैकग्राउंड वाला रहेगा, उसमें पार्षद प्रत्याशियों के नाम और चुनाव चिन्ह रहेंगे। इस तरह, रायपुर के लिए दो ईवीएम और एक कंट्रोल यूनिट हर बूथ पर नजर आएंगी।
बटन कैसे दबाना है, बीप किस तरह से आएगी
रायपुर का वोटर जब बूथ में पहुंचेगा, तो उसे एक ईवीएम मशीन सफेद बैकग्राउंड वाली और दूसरी पिंक बैकग्राउंड वाली दिखेगी। सफेद वाली में मेयर प्रत्याशी के नाम और चिन्ह रहेंगे। आप उसमें एक बटन दबाएंगे तो छोटी बीप आएगी। इसके तुरंत बाद पार्षद के लिए गुलाबी बैकग्राउंड वाली मशीन में नाम देखकर दूसरा बटन दबाएंगे तो लंबी बीप आएगी। इस बीप के साथ आपका वोट हो जाएगा। क्योंकि इसके बाद आप तीसरा बटन दबाने की कोशिश भी करेंगे तो यह दबेगा नहीं क्योंकि दो बटन के बाद ईवीएम उस वोटर के लिए डिसएबल हो जाएगी। लंबी बीप के बाद आप बूथ से बाहर आ जाइये और दूसरे को मौका दीजिए। फिर भी, बटन दबाने में कोई गड़बड़ी हो जाएगी तो पीठासीन अधिकारी को तुरंत बताइये, वे तुरंत मदद करेंगे क्योंकि सभी को इसकी पुख्ता ट्रेनिंग दी गई है।
(जैसा रायपुर कलेक्टर डा. गौरव कुमार ने द स्तम्भ को बताया)