भिलाई में मासूम से वहशियाना बेरहमी और हत्या… वकीलों ने आरोपी का केस लड़ने से किया इंकार… गुस्साए सैकड़ों लोग पहुंचे कलेक्टोरेट

भिलाई में कन्या भोज के दौरान छह साल की मासूम के सम्मान के साथ वहशीपन और हत्या को लेकर लोगों का गुस्सा उबल रहा है। पुलिस ने मासूम के चाचा सोमेश यादव को इस दरिंदगी के लिए सोमवार को गिरफ्तार किया था। उसे मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया, लेकिन वकीलों ने उसके पक्ष में केस लड़ने से इंकार कर दिया। दुर्ग अधिवक्ता संघ ने आरोपी को किसी भी प्रकार की कानूनी सहायता नहीं देने की शपथ ली है। उधर, बच्ची के समाज के सैकड़ों लोगों ने मंगलवार को दुर्ग कलेक्टोरेट में प्रदर्शन किया और नृशंसता के लिए आरोपी को फांसी देने की मांग उठाई। लोग इस मामले की इन्वेस्टिगेशन देर से शुरू करने के लिए मोहननगर पुलिस पर भी सवाल उठाए हैं।
बच्ची के साथ की गई बेरहमी को लेकर अब कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। द स्तम्भ की ओर से उन तथ्यों का यहां उल्लेख नहीं किया जाएगा, क्योंकि यह ऐसी बातें हैं, जो सभ्य समाज में बच्चियों के पैरेंट्स का दिल दहलाने वाली हैं। लेकिन कुछ बातें रखी जा सकती हैं जैसे, आरोपी ने मासूम भतीजी के साथ जिस वक्त घर की छत पर बेरहमी की, ठीक उसी समय उसकी दादी और मां घर के ग्राउंड फ्लोर पर बच्चियों को कन्या भोज करवा रही थीं। इन तथ्यों की वजह से ही समाज ही नहीं, बल्कि पूरे दुर्ग में इस कृत्य को लेकर गहरी नाराजगी है। दुर्ग अधिवक्ता संघ ने आरोपी का केस नहीं लड़ने का स्टैंड भी इसी क्रूरता और नृशंसता के कारण लिया है। बता दें कि बच्ची अष्टमी वाले दिन अपने रिश्तेदारों के यहां कन्या भोजन के लिए पहुंची थी, जहां अपने चाचा की हैवानियत का शिकार हुई। उसका शव अगले दिन कार की डिक्की में मिला। इसके बाद ऐसा गुस्सा फूटा कि लोगों ने उस कार और आरोपी के घर में ही आग लगा दी थी।