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रायपुर से 8 घंटे में गोंदिया-बालाघाट होकर जबलपुर पहुंचाएगी नई इंटरसिटी… रोज 2.45 बजे यहां से छूटकर पौने 11 बजे जबलपुर… वर्चुअल कार्यक्रम में सीएम साय ने दिखाई हरी झंडी

राजधानी रायपुर को जबलपुर से सीधे जोड़नेवाली इंटरसिटी एक्सप्रेस शुरू हो गई है। वर्चुअल कार्यक्रम में सीएम विष्णुदेव साय, स्पीकर  डा. रमन सिंह और सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और यह जबलपुर से रायपुर के लिए छूटी। ट्रेन रायपुर से गोंदिया और बालाघाट होकर 8 घंटे जबलपुर पहुंचेगी और सोमवार से रायपुर से रोज 2.45 बजे छूटकर रात 10.45 बजे जबलपुर पहुंच जाएगी। गुजरात के भावनगर में हुई इसी वर्चुअसल समारोह में रीवा-पुणे (हड़पसर) एक्सप्रेस एवं भावनगर टर्मिनस-अयोध्या एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई गई। मुख्य समारोह में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और मनसुख मांडविया तथा एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव भी वर्चुअली उपस्थित थे।

सीएम विष्णुदेव साय ने रायपुर-जबलपुर ट्रेन की शुरुआत के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताया और कहा कि पिछले एक दशक में छत्तीसगढ़ का रेल बजट 21 गुना बढ़ा है। इस साल प्रदेश को रेल बजट में 6900 करोड़ रुपए मिले हैं। छत्तीसगढ़ में 47 हजार करोड़ रुपए से अधिक की रेल परियोजनाएं संचालित हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत छत्तीसगढ़ के 32 रेलवे स्टेशनों को 680 करोड़ की लागत से सर्वसुविधायुक्त बनाने के साथ ही पूरा कायाकल्प जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा बस्तर क्षेत्र नक्सलवाद से पीड़ित और वहां भी पीएम मोदी ने रावघाट-जगदलपुर सहित अन्य महत्वपूर्ण रेल प्रोजेक्ट दिए हैं।
पूर्व सीएम तथा स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि नई ट्रेन छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के बीच बेहतर संपर्क का सशक्त माध्यम बनेगी। प्रदेश के यात्री अब सुगमता के साथ गोंदिया, बालाघाट और जबलपुर की यात्रा कर पाएंगे। इस अवसर पर विधायकों के अलावा जीएम दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे तरुण प्रकाश तथा रायपुर डीआरएम दयानंद भी मौजूद थे।

जानिए नई इंटरसिटी एक्सप्रेस का  शिड्यूल

रेलवे अफसरों के मुताबिक नई इंटरसिटी एक्सप्रेस नंबर 11701 रायपुर से दोपहर 2:45 बजे छूटेगी। वापसी में जबलपुर से सुबह 6:00 बजे चलकर दोपहर 1:50 बजे रायपुर आएगी। इस ट्रेन में एक एसी चेयर कार, चार चेयर कार, आठ सामान्य कोच, एक पावर कार और एक एसएलआरडी कोच होंगे। ट्रेन रायपुर से डोंगरगढ़, बालाघाट, नैनपुर और जबलपुर जैसे सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक महत्व से समृद्ध शहरों को जोड़ेगी।

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