डा. रमन सिंह की मंच से तारीफ की सीएम साय ने… कहा- भुखमरी मिटाई, विकास की ठोस बुनियाद रखी पूर्व सीएम ने… मौका था नवा रायपुर में फार्मास्यूटिकल्स यूनिट के उद्घाटन का

नवा रायपुर के सेक्टर 5 में एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की नई यूनिट का उद्घाटन के मौके पर सीएम विष्णुदेव साय ने मंच से पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के 15 साल से कार्यकाल की जमकर सराहना की। इस कार्यक्रम में डा. रमन भी मौजूद थे। सीएम साय ने कहा छत्तीसगढ़ रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर चुका है। इन 25 वर्षों में जो विकास हुआ है, उसमें पूर्व सीएम डॉ. रमन का योगदान अतुलनीय है। डॉ. रमन ने सीएम रहते हुए प्रदेश से भुखमरी की स्थिति को खत्म कर दिया। उनका इशारा डा. रमन सरकार के एक रुपए किलो चावल वाली योजना की तरफ था। सीएम साय ने कहा कि डा. रमन की सरकार में स्वास्थ्य, शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की ठोक नींव रखी गई। जिस वक्त राज्य बना, प्रदेश में केवल एक मेडिकल कालेज था। डा. रमन की सरकार में मेडिकल कालेजों का विस्तार शुरु हुआ और आज प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं।
इस समारोह को पूर्व सीएम तथा मौजूदा विधानसभा स्पीकर डा. रमन ने भी संबोधित किया। उन्होंने सीएम विष्णुदेव साय और उनकी सरकार के विजन डाक्यूमेंट की सराहना की। डा. रमन ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ की संकल्पना को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए विजन डॉक्यूमेंट जारी किया गया है। यह आने वाले वर्षों में प्रदेश को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा। स्पीकर डा. रमन ने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक विकास में नवा रायपुर की केंद्रीय भूमिका है। यह क्षेत्र न केवल औद्योगिक निवेश के लिए उपयुक्त है, बल्कि सभी प्रमुख मार्गों से जुड़ाव के कारण लॉजिस्टिक्स की दृष्टि से भी अत्यंत सुविधाजनक है। डॉ. सिंह ने एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की टीम को इस नई शुरुआत के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह इकाई नवा रायपुर के विकास को नई गति देगी।
सीएम साय ने कहा कि कोविड के कठिन दौर में दवाइयों की किल्लत को देखते हुए एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स जैसी यूनिट के निर्माण का सपना देखा गया था, जो आज वह साकार हुआ है। सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति निवेशकों को आकर्षित कर रही है और पिछले सात-आठ महीनों में 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से कई परियोजनाओं पर कार्य आरंभ हो चुका है। इस समारोह में मंत्री-विधायकों के अलावा निगम-मंडलों के कई अध्यक्ष तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।