घरेलू बिजली मामूली महंगी… लोवर मिडिल क्लास के लिए प्रति यूनिट 10 पैसे, शेष के लिए 20 पैसे बढ़े… महीने में 200 यूनिट जले तो 20 रु ज्यादा आएगा बिल

देशभर में बिजली की बेतहाशा बढ़ते बिजली के सरकारी रेट के आधार पर छत्तीसगढ़ में भी इस बार अच्छी खासी वृद्धि होगी। लेकिन सरकार ने बिजली के रेट में वृद्धि को काबू में रखा है। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली खर्च के स्लैब के आधार पर अब एक यूनिट के लिए 10 से 20 पैसे तक ज्यादा देने होंगे। इसे ऐसे समझा जा सकता है कि जिनका बिजली खर्च 200 यूनिट प्रतिमाह है, उनका बिजली बिल 20 रुपए बढ़ जाएगा। इसी तरह, जिनके घरों में एसी वगैरह चलते हैं और महीने में 500 यूनिट बिजली खर्च होती है, उनका बिल 20 पैसे यूनिट के हिसाब से 100 रुपए बढ़ेगा। ऐसे इस तरह भी समझा जा सकता है कि लोवर मिडिल क्लास के लिए बिजली की दरें 10 पैसे यूनिट तथा मिडिल-अपर मिडिल क्लास के लिए दरें 20 पैसे यूनिट बढ़ाई गई हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य बिजली कंपनी ने एक रिलीज में बिजली दरों में मामूली वृद्धि की जानकारी दी है। बिजली कंपनी के अनुसार इस समय कंपनी को बिजली 7.02 रुपए प्रति यूनिट पड़ रही है। इस वृद्धि के बाद भी घरेलू उपभोक्ताओं को 4.10 रुपए यूनिट बिजली दी जाएगी, यानी कि इससे सरकार को प्रति यूनिट 3 रुपए का घाटा होगा। बिजली वितरण कंपनी के एमडी भीमसिंह कंवर ने बताया कि कंपनी ने किसानों को दी जाने वाली उस बिजली की दरों में वृद्धि की है, जिसका भुगतान सरकार अदा करती है। लिहाजा, वृद्धि का किसी किसान पर असर नहीं होगा। यही नहीं, अस्थायी कनेक्शन, आदिवासी अंचल, पोहा-मुरमुरा उद्योग तथा प्रिंटिंग प्रेस समेत कुछ उद्योगों के लिए रियायतें या तो बढ़ा दी गई हैं, या फिर यथावत रखी गई है। एमडी भीम सिंह कंवर ने दावा किया कि बिजली की नई दरें कृषि-ग्रामीण-आदिवासी अंचल समेत सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए विकासपरक ही हैं। इस वृद्धि को काफी संतुलित तथा संतोषजनक कहा जा सकता है।