बस्तर के अंदरूनी गांव जहां अब तक किसी ने सड़क नहीं देखी, वहां निर्माण के लिए शिवराज सिंह के मंत्रालय ने दिए 195 करोड़ रुपए… सीएम साय ने जताया आभार

बस्तर में अब केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने अब उन नक्सल प्रभावित गांवों तक सड़कें पहुंचाने के लिए 195 करोड़ रुपए भिजवाए हैं, जहां लोगों ने अब तक सड़क नहीं देखी। बस्तर में एंटी नक्सल आपरेशंस चल रहे हैं, ऐसे में वहां भीतरी इलाकों तक सड़क संपर्क समेत विकास कार्यों को पहुंचाने की जद्दोजहद भी चल रही है। यह राशि उसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए भेजी गई है। सीएम विष्णुदेव साय ने इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय मंत्री चौहान का आभार जताया और कहा कि यह राशि वंचित अंचलों के लिए विकास, विश्वास और शांति की सशक्त आधारशिला बनेगी।
नक्सल प्रभावित दुर्गम और वनवासी अंचलों में ग्रामीण संपर्क और आधारभूत संरचना को सशक्त बनाने के लिए भारत सरकार ने सड़क संपर्क परियोजना “RCPLWEA (Road Connectivity Project for Left Wing Extremism Affected Areas)” के अंतर्गत यह सहायता राशि स्वीकृत की है। फंड स्वीकृति वित्त मंत्रालय की “जस्ट-इन-टाइम” फंड रिलीज़ प्रणाली के अंतर्गत सिंगल नोडल एजेंसी स्पर्श मॉडल के माध्यम से दी गई है। मदर सैंक्शन सक्षम प्राधिकरण की अनुमति से तैयार किया गया है और यह PFMS (Public Financial Management System) पर अपलोड किया गया है। मंजूर किए गए 195 करोड़ में से ₹190.61 करोड़ रुपए कार्यक्रम निधि और 4.38 करोड़ रुपए प्रशासनिक निधि के रूप में स्वीकृत हैं। ये रिज़र्व बैंक के माध्यम से राज्य को प्राप्त होंगे। दिशा-निर्देशों के अनुसार, किसी भी समय केवल एक सक्रिय मदर सैंक्शन मान्य रहेगा, और पूर्व शेष राशि को इसी में समाहित किया जाएगा। सीएम साय ने कहा कि यह स्वीकृति छत्तीसगढ़ के उन सुदूर अंचलों में विकास का नया प्रकाश लेकर आएगी, जो दशकों से नक्सल हिंसा और भौगोलिक दुर्गमता से जूझते रहे हैं। यह राशि वहां के लोगों के लिए विकास, विश्वास और स्थायी शांति की सशक्त आधारशिला सिद्ध होगी। हमारी सरकार इस निधि का उपयोग पूर्ण पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ करेगी।