बलौदाबाजार, महंगी बिजली और कानून व्यवस्था पर मानसून सत्र में सड़क से सदन तक लड़ेगी कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस ने आला नेताओं के साथ राजीव भवन में लगातार दो दिनों तक मंथन के बाद फैसला किया है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस सड़क से सदन तक बड़ी लड़ाई छेड़ेगी। मानसून सत्र के दौरान विधानसभा के घेराव का फैसला पहले दिन की ही बैठक में ले लिया गया था। इसकी रणनीति अगले दो-तीन दिन में तैयार हो जाएगी। यही नहीं, बलौदाबाजार उपद्रव के मामले में नेताओं ने आरोप लगाया कि अब इसमें कांग्रेसियों को फंसाने की साजिश चल रही है, जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। बैठक में लगभग समूचे छत्तीसगढ़ में हो रहे अपराध तथा उन घटनाओं का उल्लेख किया गया, जिनसे कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। कांग्रेस ने कानून-व्यवस्था को लचर करार देते हुए आंदोलनों का फैसला किया है।
राजीव भवन में हुई बैठक की शुरुआत प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने एजेंडा पढ़कर की। बैठक का एजेंडा भी इन्हीं विषयों पर केंद्रित था। बैठक में प्रदेश में लचर कानून व्यवस्था को लेकर विधानसभा घेराव की रणनीति पर चर्चा एजेंडे में शामिल थी। इसके अलावा, कांग्रेस नेताओं ने बलौदाबाजार में उपद्रव को लेकरक सख्त तेवर दिखाए और इसमें हो रही कार्रवाई को षड्यंत्र निरुपित किया। प्रदेश में अपहरण, लूटपाट, हत्या और आगजनी पर गंभीर चिंता जताई गई। इस दौरान रायपुर दक्षिण विधानसभा उप-चुनाव, नगरीय निकाय तथा त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारी पर भी बात की गई है। बैठक में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, सांसद ज्योत्सना महंत, राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम और पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, ताम्रध्वज साहू, शिवकुमार डहरिया, मोहन मरकाम, अनिला भेड़िया, जयसिंह अग्रवाल, गुरु रूद्र कुमार, उमेश पटेल, अमरजीत भगत, डॉ. प्रेमसाय सिंह, धनेन्द्र साहू, अमितेष शुक्ल और धनेश पाटिला के साथ पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता तथा वार रूम अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी और प्रदेश संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला आदि शामिल थे।