छत्तीसगढ़ से अभी नहीं जाएंगे अशोक जुनेजा… मिल सकता है सूचना आयुक्त, नक्सल आपरेशंस एडवाइजर या ओएसडी जैसा पद… सीएम साय ने शुभकामनाएं दीं
छत्तीसगढ़ के डीजीपी पद से मंगलवार को ही रिटायर हुए आईपीएस अशोक जुनेजा की फिलहाल राजकाज से वापसी की संभावनाएं कम हैं। सरकारी गलियारों में जो चर्चाएं चल रही हैं, उनके मुताबिक रिटायरमेंट के बाद अशोक जुनेजा का सूचना आयुक्त पद के लिए नाम चला है। पिछले एक साल से नक्सल मोर्चे पर मिल रही बड़ी कामयाबियों को देखते हुए उनकी सेवाएं नक्सल आपरेशंस एडवायजर के रूप में भी ली जा सकती हैं। इसके अलावा समन्वय के नजरिए से उन्हें सरकार में ओएसडी के तौर पर भी बिठाया जा सकता है। हालांकि इनमें से किसी भी चर्चा की फिलहाल पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस मुख्यालय में मीडिया की ओर से किए गए इस तरह के सवालों पर अशोक जुनेजा ने दो टूक टिप्पणी की थी- मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं है। बहरहाल, जुनेजा ने रिटायर होने तथा नए डीजीपी अरुणदेव गौतम को चार्ज देने के बाद बुधवार रात ही सीएम हाउस जाकर सीएम विष्णुदेव साय से सौजन्य मुलाकात की है। सीएम सीय ने जुनेजा की दीर्घकालिक सुविधाओं की सराहना की। साथ ही उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं कुछ इस अंदाज से दी हैं कि इससे जुनेजा के फिलहाल पुलिस के कामकाज से नहीं हटने की चर्चाओं को बल मिला है। ृ
बतौर आईपीएस अशोक जुनेजा ने छत्तीसगढ़ में लंबी सेवाएं दी हैं। किसी भी टास्क को खामोशी से पूरा करने की उनकी शैली की चर्चा आला अफसरों में अक्सर रहती है। डीजीपी रहते हुए नक्सल आपरेशंस में छत्तीसगढ़ की फोर्स की कामयाबी की चर्चा पूरे देश में है। केंद्र सरकार ने साय सरकार को मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त करने का टास्क दिया है। ऐसा नहीं है कि जुनेजा नहीं होंगे, तो यह टास्क पूरा नहीं होगा। क्योंकि मंगलवार को विदाई समारोह में खुद जुनेजा ने कहा है कि 2024 में जो रिकार्ड बने हैं, कोई रहे या न रहे, 2025 में वह रिकार्ड भी टूटेंगे क्योंकि ऐसा होता आया है। इस बात के मायने यह निकाले गए हैं कि जुनेजा रिटायरमेंट के बाद अब शायद किसी पद पर बैठने के इच्छुक नहीं हैं। फिर भी, चर्चाएं तो चल ही रही हैं। बहरहाल, सीएम साय ने उनसे मिलने आए आईपीएस जुनेजा को शुभकामनाएं दीं और उनकी दीर्घकालिक सेवा की सराहना करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की है। सीएम साय ने यह भी कहा कि अशोक जुनेजा ने अपनी दीर्घ सेवाअवधि के दौरान पुलिस बल को अधिक सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, एडीजी इंटेलिजेंस अमित कुमार और सीएम के सचिव राहुल भगत उपस्थित थे।