शहीद अफसरों में एसपी वीके चौबे, एएसपी भास्कर दीवान, राजेश पवार और आकाशराव गिरपुंजे… डीएसपी कैडर की शहादत का लंबा इतिहास… आकाश राव की अंतिम यात्रा में पहुंचे सीएम साय-डॉ रमन

छत्तीसगढ़ के डीएसपी कैडर के चार अफसरों ने नक्सलियों से राज्य के लोगों की सुरक्षा करते हुए अपनी जान कुर्बान की है। कोंटा में सोमवार को डीएसपी कैडर से पुलिस सेवा में एएसपी बन चुके आकाश राव गिरपुंजे शहीद हुए। प्रदेश अब तक राजनांदगाँव के तत्कालीन एसपी विनोद कुमार चौबे की 2008 में, एएसपी भास्कर दीवान की कांकेर में सन 2000 में और एएसपी राजेश पवार की सन 2013 में गरियाबंद में शहादत को नहीं भूल पाया है। एएसपी गिरपुंजे की शहादत के बाद प्रदेशभर में एक बार फिर सिपाही से राज्य कैडर तक के अफसरों की कुर्बानी की पुलिस महकमे में नम आँखों के साथ चर्चाएं हैं। जो शहीद हुए, मौजूदा अफ़सर-जवान उनके साथ यादों को एक-दूसरे से शेयर कर रहे हैं। इधर, रायपुर में मंगलवार को शहीद एएसपी गिरपुंजे की राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि कर दी गई। शहीद के मासूम बेटे ने मुखाग्नि दी तो हर किसी का दिल भर आया। शहीद को सीएम विष्णुदेव साय और पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह समेत कई मंत्रियों ने कंधा दिया और अंतिम यात्रा में शामिल हुए। सीएम साय ने माना स्थित चौथी वाहिनी पहुंचकर शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें नमन किया। सीएम साय ने शहीद के शोक-संतप्त परिजनों से मुलाकात कर अपनी गहरी संवेदनाएँ प्रकट कीं और उन्हें इस कठिन समय में ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद एएसपी आकाश राव गिरपुंजे ने अपने कर्तव्य के प्रति अदम्य साहस, निष्ठा और समर्पण का परिचय देते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया है। हमें उन पर गर्व है। सरकार इस दुःख की घड़ी में उनके परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। सीएम साय के साथ मंत्रियों-विधायकों के अलावा एसीएस होम मनोज कुमार पिंगुआ, डीजीपी अरुण देव गौतम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, शहीद के परिजन और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।