राजधानी में पुलिस से विवाद के बाद वकीलों ने किया प्रदर्शन… तेलीबांधा थाने की सब इंस्पेक्टर व एएसआई अटैच, विभागीय जांच भी

रायपुर कलेक्टोरेट में सोमवार को एक महिला की पेशी के दौरान उसके साथ आए पुलिस अफसरों का दो वकीलों से विवाद हो गया। पुलिस वकीलों को तेलीबांधा थाने ले गई, लेकिन कुछ देर बाद दोनों को छोड़ दिया। मंगलवार को यह बात जैसे ही फैली, वकील उग्र हो गए। तेलीबांधा की महिला सब इंस्पेक्टर चित्रलेखा साहू और एएसआई संतोष यादव पर वकीलों से बदसलूकी और मारपीट का आरोप लगाया गया। दोनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए वकीलों ने कलेक्टोरेट तथा एसएसपी दफ्तर के सामने जमकर प्रदर्शन किया। वकीलों की शिकायत की प्रारंभिक पुष्टि के बाद एसएसपी डा. लालउमेद सिंह ने एसआई चित्रलेखा तथा एएसआई यादव को लाइन अटैच कर दिया है। दोनों के खिलाफ विभागीय जांच भी बिठा दी गई है। हालांकि खबर यह भी आई है कि वकीलों ने कथित तौर पर महिला का जेल वारंट फाड़ दिया था। पुलिस के साथ वकीलों का विवाद इसी वजह से शुरू हुआ। पुलिस अफसर इसकी भी जांच करवा रहे हैं। जेल वारंट फाड़ने की बात साबित हुई तो इस पर भी एक्शन लिया जाएगा, ऐसा सूत्रों का कहना है।
मामला कुछ ऐसा है कि तेलीबांधा में दर्ज पुराने केस में एक महिला को तेलीबांधा पुलिस ने सोमवार को अरेस्ट किया। उसे एसआई चित्रलेखा और एएसआई ने एसडीएम कोर्ट में पेस किया। उसे जेल भेजने के आदेश हुए और जेल वारंट कट गया। लेकिन महिला को कुछ देर तक जेल नहीं ले जाया गया। इस दौरान अधिवक्ता अजय साहू और हिमांशु साहू ने इस कार्रवाई को लेकर पुलिस पर आक्षेप किया, तो विवाद हो गया। बताते हैं कि झगड़ा बढ़ा तो पुलिस दोनों वकीलों को थाने ले गई और कुछ देर में छोड़ दिया। इधर, अधिवक्ता संघ के पास यह खबर पहुंची तो गुस्सा फैल गया। दोनों पुलिसवालों पर वकीलों से मारपीट का आरोप लगाते हुए दर्जनों अधिवक्ताओं ने घेराव और नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद एसएसपी ने एसआई और एएसआई को लाइन अटैच कर विभागीय जांच शुरू करने के निर्देश दिए, तब वकीलों का प्रदर्शन खत्म हुआ।