पैरासिटामॉल जैसी बेहद ज़रूरी गोलियां भी खराब, इनमें ब्लैक स्पॉट… प्रदेश के गोदामों से वापस ली जाएंगी, कंपनी को नोटिस

छत्तीसगढ़ में इस मौसम में वायरल इन्फेक्शन और इन्फ्लुएंजा फैला है, बुखार के मरीज़ों से अस्पताल खचाखच भरे हैं, इन हालत में बुखार की सबसे अहम दवा पैरासिटामॉल ही खराब निकल गई है। सरकारी गोदामों में दवा की खेप में गुणवत्ता की कमी पाई गई है। इस दवा की पूरी खेप को तुरंत वापस लेने के निर्देश दिए गए हैं। सप्लाई करने वाली कंपनी को नोटिस जारी कर दवा वापस लेने के साथ साथ नई खेप तुरंत पहुंचाने के लिए कहा गया है।
छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CGMSCL) ने महासमुंद स्थित 9M इंडिया द्वारा सप्लाई की गई पैरासिटामोल 500 एमजी और 650 एमजी टैबलेट की गुणवत्ता में प्रथमदृष्टया कमी पाई गई है। निगम के दवा गोदामों और स्वास्थ्य इकाइयों से मिली शिकायतों के बाद वर्ष 2024 में निर्मित बैचों की जांच कराई गई हैं। CGMSCL की जांच रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि संबंधित बैच की दवाइयों की गुणवत्ता में कमी है और उन पर काले धब्बे पाए गए हैं। यह आम लोगों के उपयोग के लिए उपयुक्त नहीं हैं। इसके बाद निगम ने आदेश जारी करते हुए कंपनी को सभी संदिग्ध बैच तत्काल दवा गोदामों और स्वास्थ्य संस्थाओं से वापस लेने और उसकी जगह गुणवत्तापूर्ण नई खेप उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कंपनी को चेतावनी दी गई है कि तय शर्तों के अनुरूप ऐसा नहीं किया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी और इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी कंपनी की होगी।