भाजपा विधायकों को कल सुबह 10.30 बजे शपथ ग्रहण का न्योता… तीन मंत्री लेंगे शपथ, गजेंद्र यादव, गुरु खुशवंत, राजेश अग्रवाल करीब तय… विभाग भी फाइनल, एक-दो मौजूदा मंत्री होंगे प्रभावित

छत्तीसगढ़ सरकार में नए मंत्रियों को शामिल करने की चर्चाएं अब पुष्ट हो गई हैं। भाजपा विधायक दल के सचेतक ने मंगलवार को दोपहर सभी विधायकों को कल यानी बुधवार को सुबह 10.30 बजे शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए न्योता भेज दिया है। सीएम विष्णुदेव साय की मौजूदगी में राजभवन में जो तीन विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे, उनमें विधायक गजेंद्र यादव, गुरु खुशवंत साहेब और राजेश अग्रवाल के नाम फाइनल कर दिए गए हैं। नए मंत्रियों के विभाग भी तय हो गए हैं। एक नए मंत्री को वाणिज्यिक कर और एक को आबकारी विभाग दिया जा रहा है। जानकारों ने इस बात की पुष्टि भी की है कि तीनों संभावित मंत्री और परिजन रायपुर पहुंच गए हैं तथा स्टेट गैरेज से उनके लिए गाड़ियां भी भेजी गई हैं।
भाजपा विधायक दल की ओर से जारी चिट्ठी
बुधवार को नए मंत्रियों के शपथ लेने की चर्चाएं मंगलवार को सुबह से जोरों पर थीं, लेकिन इसकी पुष्टि तब हुई, जब भाजपा विधायक दल के सचेतक की ओर से पार्टी के विधायकों को शपथग्रहण में शामिल होने का न्योता भेजा जाने लगा। द स्तम्भ ने कुछ विधायकों से बात की और उन्होंने न्योता मिलने की पुष्टि की, तभी विधायक दल की ओर से जारी की गई चिट्ठी भी मिल गई। इस चिट्ठी में लिखा गया है- समस्त माननीय सदस्यों को सूचित किया जाता है कि दिनांक 20 अगस्त 2025 को प्रातः 10.30 बजे राजभवन रायपुर में मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित है। अतः माननीय सदस्यों से आग्रह है कि शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहेंगे।
एक और पुष्टिकारक खबर ये है कि सीएम साय के बुधवार को सुबह साढ़े 10 बजे जाने और वहां करीब एक घंटा रुकने की पुष्टि हो गई है। शपथ ग्रहण समारोह के बाद सीएम साय सूरजपुर जाने वाले हैं। इस तरह, छत्तीसगढ़ में कल मंत्रिमंडल के विस्तार और नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण में कोई संशय नहीं बचा है। जो नए मंत्री शपथ लेने वाले हैं, उनमें गजेंद्र यादव दुर्ग, गुरु खुशवंत आरंग तथा राजेश अग्रवाल अंबिकापुर विधायक हैं और तीनों पहली बार मंत्री बनेंगे। अब तक राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर और धरमलाल कौशिक और किरण सिंहदेव के नाम भी चल रहे थे, लेकिन मोटे तौर पर स्थिति स्पष्ट हो चुकी है। चर्चा यह भी है कि स्पीकर तथा पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह अभी दिल्ली में हैं और संभव है कि उनके पुराने मंत्रिमंडल से एकाध नाम पर दिल्ली में सहमति बन जाए।