डीएमएफ पर सवाल उठाना महंगा पड़ा… रवि भगत की भाजयुमो अध्यक्ष की कुर्सी गई… कार्यकारिणी में भी जगह नहीं

छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को प्रदेश कार्यकारिणी का ऐलान करते हुए रवि भगत को भाजयुमो अध्यक्ष की कुर्सी से हटा दिया है। पार्टी स्तर पर इसे रूटीन फेरबदल बताया गया है, लेकिन रवि भगत का मामला थोड़ा अलग है। बमुश्किल एक माह पहले रवि भगत ने भाजयुमो अध्यक्ष रहते हुए एक जनगीत के जरिए रायगढ़ में डीएमएफ फंड के कथित दुरुपयोग का मामला उठाया था। भगत की ओर से सोशल मीडिया तथा अन्य प्लेटफार्म पर उठाए गए सवालों को तभी पार्टी ने अनुशासनहीनता करार देते हुए कारण बताओ नोटिस दिया था। उसके बाद से माना जा रहा था कि देर-सवेर रवि भगत को पद से हाथ धोना पड़ सकता है। बुधवार को जारी सूची में प्रदेश अध्यक्ष पद से रवि भगत को हटा दिया गया है। उन्हें प्रदेश कार्यकारिणी में कोई और पद नहीं दिया गया। भाजयुमो अध्य7 की जिम्मेदारी राहुल योगराज टिकरिहा को सौंपी गई है।
भाजयुमो अध्यक्ष भगत रायगढ़ में डीएमएफ फंड के उपयोग को लेकर कुछ दिन से लगातार सवाल उठा रहे थे। उसी समय संगठन से जुड़े नेताओं ने आफ द रिकार्ड कहा था कि भगत ने पार्टी लाइन का उल्लंघन किया है, इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। नोटिस के समय चर्चा तो यह भी थी कि भगत पर बयानों को लेकर अनुशासनात्मक कार्रवाई जल्द कर दी जाएगी। कार्रवाई तो नहीं की गई, लेकिन उनकी अध्यक्ष की कुर्सी चली गई। यही नहीं, प्रदेश कार्यकारिणी में भी रवि भगत को जगह नहीं दी गई है।