पुलिस फर्जी (म्यूल) बैंक खाते पकड़ने में लगी है… उधर, सायबर ठगों ने इसी से डराकर 2.83 करोड़ का फ्राड कर दिया… बड़ी कंपनी की रिटायर्ड महिला जीएम बनीं शिकार

एक तरह रायपुर समेत पूरे छत्तीसगढ़ की सायबर पुलिस सायबर ठगों पर काबू पाने के लिए फर्जी बैंक खाते पकड़ने और लोगों को जेल में डालने में लगी है, तो दूसरी ओर सायबर ठगों ने पुलिस के इस आपरेशन को भी यूज कर लिया। एक बड़ी कंपनी से जीएम के तौर पर रिटायर्ड हुई राजधानी की महिला को ठगों ने फोन कर डराया कि उनके कई फर्जी खातें हैं और मनीलांड्रिंग में गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दो माह में कई बार डिजिटल अरेस्ट कर सायबर ठगों ने रिटायर्ड महिला से 2.83 करोड़ रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। आखिरी ट्रांजेक्शन में ठग ने महिला से यहां तक कह दिया कि उसे ठग लिया गया है। तब महिला ने पुलिस से शिकायत की। हालांकि सूत्रों के मुताबिक ठगी गई रकम की रिकवरी हो पाना मुश्किल है।
धोखे का शिकार हुई महिला शहर से लगे एक बड़े कारखाने में जीएम पद से रिटायर हुई हैं। वे सफायर ग्रीन कॉलोनी में रहती हैं। उन्हें पहली बार 21 मई 2025 को काल आया। फोन करनेवाले खुद को बैंक अफसर बताया और कहा कि उनके क्रेडिट कार्ड में बड़ा पेमेंट बकाया है। महिला हड़बड़ा गईं, क्योंकि ऐसा कुछ भी बकाया नहीं था। इसके बाद दूसरे अनजान नंबर से महिला को फोन आया, जिसमें ट्रू-कालर में दिल्ली साइबर विंग लिखा हुआ था। काल करनेवाले ने खुद को दिल्ली पुलिस का अफसर बताया। उसने कहा कि महिला के आधार से कई फर्जी बैंक खाते खुले हैं, जिनमें लगातार फ्राड की रकम का ट्रांजेक्शन हो रहा है। महिला को मनीलांड्रिंग में गिरफ्तार करने की धमकी दी गई, तो वह डर गईं। इसके बाद ठगों ने दो महीने में उन्हें कई बार डिजिटली अरेस्ट कर 2 करोड़ 83 लाख रुपए अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए। सायबर पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।