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5 मिनट में चालान शुरू… तीन सवारी युवक चौक पर पहुंचे, मिनटों में मोबाइल पर आ गया चालान… बिना हेलमेट, रांगसाइड वाले सौ लोगों पर जुर्माना

राजधानी रायपुर में ट्रैफिक पुलिस ने आईटीएनएस कंट्रोल रूम से नियम तोड़नेवाले वाहनचालकों को 5 मिनट के भीतर मोबाइल पर चालान भेजने का सिलसिला सोमवार से शुरू कर दिया। पहले दिन ही यह प्रयोग कामयाब रहा और कंट्रोल रूम ने ट्रैफिक नियम तोड़नेवाले 100 से ज्यादा लोगों को दो मिनट के भीतर चालान भेज दिया। शहर में पहली बार इस तरह का चालान शुरू हुआ, जिसके किस्से भी आम हो रहे हैं। जैसे, बाइक पर तीन सवारी युवक मजे से चौक पर पहुंचे और इसे पार भी नहीं कर पाए थे कि मोबाइल पर 500 रुपए के जुर्माने का चालान आ गया। शहरी इलाके में 35 से ज्यादा बिना हेलमेट लोगों के मोबाइल पर चालान पहुंचा, तो उनमें से कई ने हड़बड़ाकर ट्रैफिक अफसरों से संपर्क किया। डीएसपी ट्रैफिक सतीश ठाकुर ने बताया कि चालान 5 मिनट के भीतर पहुंचा या नहीं, इसे क्रास चेक करने के लिए कंट्रोल रूम से लोगों को काल किए गए। कुछ ने काल आने के बाद एसएमएस चेक किया, चालान आने की पुष्टि की और हैरानी में फोन बंद कर दिया। डीएसपी गुरजीत सिंह ने कहा कि जिन लोगों का भी ऐसा चालान होगा, उन्हें आनलाइन जुर्माने की रकम तुरंत अदा कर देनी चाहिए, क्योंकि इसमें माफी की कोई गुंजाइश नहीं है।

दरअसल रायपुर एसएसपी डा. लालउमेद सिंह ने शहर के सभी प्रमुख चौक-चौराहों के कैमरे सुधरवाकर आईटीएनएस कंट्रोल रूम में पूरा स्टाफ बैठा दिया है। इसी सिस्टम ने सोमवार को प्रयोग के तौर पर 100 ऐसे लोगों को मोबाइल पर चालान भेजे, जिन्होंने ट्रैफिक नियम तोड़ा था। ज्यादातर चालान 2 मिनट में ही ऐसे लोगों के मोबाइल पर पहुंच गए, क्योंकि नंबर के साथ वाहन मालिक के सारे डिटेल्स लेकर चालान के आनलाइन सिस्टम के जरिए एक मिनट में ही पीडीएफ तैयार कर दिया गया। इसे आटो मोड में ही संबंधित नंबर पर सेंड कर दिया गया। इंटरनेट मैसेंजर्स नेटवर्क की गड़बड़ी या नेट बंद रहने से डिस्टर्ब होता है, इसलिए पुलिस एसएमएस पर ही लिंक भेज रही है, ताकि जिन्हें चालान भेजा गया, वह उसे मिल ही जाए। अफसरों ने बताया कि तीन सवारी, बिना हेलमेट और रांग साइड के आज तकरीबन 35-35 चालान भेजे गए हैं। सिस्टम आसानी से काम कर रहा है, इसलिए जल्दी ही ऐसे चालानों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

यह सिस्टम दिल्ली, मुंबई, चैन्नई और बेंगलुरू जैसे महानगरों में सफलतापूर्वक चल रहा है। अगर आईटीएनएस ने आपको 5 मिनट के भीतर मोबाइल पर चालान भेज दिया, तो आपको चालान की राशि आनलाइन पेमेंट करनी ही होगी। एसएसपी डा. लाल उमेद सिंह ने बताया कि इंस्टेंट चालान का यह प्रयोग इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि अभी ई-चालान जनरेट करने वाले सिस्टम में कुछ खामी है। इसलिए चालान में 8-10 दिन लग जाते हैं। इसके बाद उल्लंघनकर्ता यह तर्क रखते हैं कि इतने दिन बाद भेजा गया चालान फर्जी है। कुछ की शिकायत थी कि तुरंत भेजेंगे तो तुरंत पेमेंट हो सकता है, बाद में संदेह होता है। इसलिए पूरे कैमरे सुधरवाकर, आईटीएनएस कंट्रोल रूम में पूरी टीम बिठाकर तथा बड़े शहरों से सिस्टम का अध्ययन कर यहां जरूरी सुधार करते हुए नया सिस्टम बनाया गया है।

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