सरकारी अमले को इशारा… नगरीय-पंचायत चुनाव की आचार संहिता 17 या 18 को… तैयारी इसी हिसाब से रखिए कि फरवरी में चुनाव
पूरे छत्तीसगढ़ के सरकारी अमले को संकेत मिल रहे हैं कि नगरीय और पंचायत चुनाव एक साथ करवाए जा रहे हैं। इसकी 17 या 18 जनवरी को घोषणा की जा सकती है। अर्थात इस दिन से स्थानीय चुनाव की आचार संहिता लग सकती है, जिसकी पूरी तैयारी रखी जाए। संकेत तो यह भी हैं कि 15 फरवरी तक (प्लस 7 दिन) दोनों ही चुनाव करवाए जा सकते हैं अर्थात हर तरह की बोर्ड परीक्षाओं से पहले नगरीय और पंचायत चुनाव करवाने की तैयारी है। हर सरकारी महकमा, खासकर प्रशासन, निकाय तथा पंचायत और ग्रामीण विकास से जुड़े अफसरों ने इन तारीखों को अपनी डेली डायरी में सर्वोच्च प्राथमिकता के तौर पर दर्ज कर लिया है। सारे लोकार्पण, प्रोजेक्ट तथा घोषणाएं कर दी गई हैं या की जा रही हैं ताकि इन्हें शुक्रवार यानी 17 जनवरी तक पूरा कर लिया जाए।
द स्तम्भ के पास ऐसी कोई ब्रेकिंग न्यूज नहीं है, जो बता सके कि इसी तारीख को आचार संहिता लग जाएगी। सरकारी अमला जिस तरह की तैयारी में अचानक और बहुत तेजी से जुटा है, यह संकेत उससे निकल रहे हैं। क्योंकि जब-जब चुनावी आचार संहिता लगने वाली होती है, उसके एक हफ्ता पहले से पूरा सरकारी तंत्र ऐसे कार्यों में प्रो-एक्टिव हो जाता है, जो आचार संहिता में नहीं किए जा सकते। नगरीय और पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची में नाम जोड़ने-घटाने का काम युद्धस्तर पर पहुंच गया है। 18 जनवरी तक पंचायत की मतदाता सूची पूरी तरह तैयार हो जाएगी। अगर आपके ध्यान में हो तो पिछले हफ्ते-दस दिन के भीतर सीएम विष्णुदेव साय ने कई जिलों का ताबड़तोड़ दौरा किया है और वहां हजारों करोड़ रुपयों के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन करवाया है। सभी मंत्री और भाजपा के विधायक भी अपने क्षेत्र में इस तरह की घोषणाओं में जुट गए हैं और अधिकांश ने काम पूरा भी कर लिया है। मंत्रालय और एचओडी बिल्डिंग (महानदी-इंद्रावती) में विभागों का वर्किंग पैटर्न वैसा ही है, जैसा आचार संहिता लगने के हफ्तेभर पहले नजर आने लगता है। इसके अलावा, हर वर्ग के अफसर 17 या 18 जनवरी को अंडरलाइन रखकर काम में लगे हैं। इन सभी बातों से संकेत मिल रहे हैं कि ये तारीखें आचार संहिता की हो सकती हैं। हालांकि चुनाव की घोषणा राज्य निर्वाचन आयोग के चेयरमैन यानी पूर्व आईएएस अजय सिंह को करनी है।