जनजातीय गौरव दिवस पर सीएम साय ने शुरू किया भव्य समारोह… “धरती आबा” से आदिवासी गांवों की तस्वीर बदलने का संकल्प
छत्तीसगढ़ में पहली बार भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस के दो दिन के भव्य समारोह का गुरुवार को सीएम विष्णुदेव साय ने पारंपरिक तरीके से शुभारंभ किया। उन्होंने पहले देवगुड़ी में पूजा-अर्चना की, इसके बाद दीप प्रज्जवलन कर समारोह की शुरुआत कर दी। यह आयोजन सीएम साय के मार्गदर्शन में किया जा रहा है और इसका आगाज बुधवार, 13 नवंबर को मुख्यमंत्री माटी के वीर पदयात्रा से कर चुके हैं। इस मौके पर सीएम ने छत्तीसगढ़ में जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि यह अभियान आदिवासी गांवों की तस्वीर बदलने के भाजपा सरकारों के संकल्प को दर्शाता है। बता दें कि राजधानी रायपुर के साइंस कालेज मैदान में दो दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस एवं लोक नृत्य महोत्सव के दौरान 21 राज्यों के 28 आदिवासी नर्तक दल मंत्रमुग्ध करनेवाले कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार के जमुई से शुक्रवार, 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस का वर्चुअली शुभारंभ करेंगे।
सीएम साय ने आयोजन के शुभारंभ के मौके पर भगवान बिरसा मुंडा सहित शहीद वीर नारायण सिंह, शहीद गेंद सिंह और गुण्डाधुर को नमनकिया। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा करने पर पीएम नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया। सीएम साय ने कहा कि पीएम मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने जनजातीय समुदाय की जितनी चिंता की है, उतनी किसी ने नहीं की है। यही नहीं, पीएम जनमन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजातीय समुदाय के गांवों में बुनियादी सुविधाओं का विकास हो रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य के 6,691 आदिवासी गांवों में बुनियादी सुविधाओं का विकास और जनजातीय समुदाय के कल्याण के काम किए जाएंगे।
सभी राज्यों के दलों ने किया आकर्षक मार्चपास्ट
जनजातीय गौरव दिवस के शुभारंभ के बाद सभी 21 राज्यों के नर्तक दलों के आकर्षक मार्चपास्ट किया। इस समारोह में मंत्री आदिवासी कल्याण मंत्री रामविचार नेताम के साथ डिप्टी सीएम अरुण साव, मंत्री केदार कश्यप, मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल, मंत्री टंकराम वर्मा, राज्यसभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह तथा विधायकों समेत छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा और सीएम साय के सचिव पी दयानंद उपस्थित थे।