जेल गेट फायरिंग… एसएसपी ने संभाला मोर्चा, 3 घंटे में दो संदेही फंसे… दोनों गैंग को क्रश करने की तैयारी
एसएसपी संतोष सिंह और पूरी क्राइम ब्रांच फील्ड पर, फारवर्ड-बैकवर्ड लिंक की तलाश
राजधानी के बीचोबीच रायपुर सेंट्रल जेल के गेट पर दोपहर करीब 12 बजे हुई फायरिंग में दो संदेहियों को हिरासत में लेने की खबर आ रही है और माना जा रहा है कि इनमें एक शूटर है। अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक जिन युवकों ने गोली मारी और जिसे गोली लगी, दोनों गुटों में अरसे से विवाद चल रहा है, जिसने जानलेवा रंजिश का रूप ले लिया है। दोनों गुटों के कुछ बदमाश अब भी जेल में है। घायल युवक साहिल शेख से पुलिस कई दौर की बात कर चुकी है। दिनदहाड़े हुई इस फायरिंग में एसएसपी संतोष सिंह खुद फील्ड पर आ गए हैं। हमलावरों के साथ अब तक 5 बदमाशों के नाम पुलिस के पास हैं। इस मामले में सारे अफसर चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन खबर है कि दो को पुलिस ने राउंडअप कर लिया है तथा तीन और नाम आए हैं, जिनकी तलाश में अंधाधुंध छापेमारियां चल रही हैं। दोनों गैंग के बाकी बदमाशों के नाम भी पुलिस को मिलते जा रहे हैं।
पुलिस का एक ग्रुप इस फायरिंग में फारवर्ड-बैकवर्ड लिंक पर भी काम कर रहा है। जिस कट्टे से गोली चलाई गई, वह पकड़ा गया या नहीं, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बदमाशों के एक गैंग के अधिकांश बदमाश जेल के आसपास और मौदहापारा इलाके के बताए गए हैं। दूसरे गैंग के बदमाश संतोषी नगर, संजय नगर और आसपास के निवासी हैं, जिनकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने इस वारदात को इतनी गंभीरता से लिया है कि दोनों गिरोहों को क्रश करने की तैयारी कर ली गई है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि दोनों गैंग ने और कौन-कौन सी वारदातें की हैं, जो अब तक रिपोर्ट नहीं हुईं। इस मामले में जेल प्रशासन की खामियां भी सामने आ रही हैं। बताते हैं कि जेल के कुछ सुरक्षाकर्मियों को भी इस गैंगवार की जानकारी थी, लेकिन सुरक्षा के कदम नहीं उठाए गए। बता दें कि रायपुर सेंट्रल जेल के गेट पर गोली चलाने का दुस्साहस अपराधियों ने पहली बार किया है। कुछ अफसरों का यह भी मानना है कि इस कांड के शहर में सक्रिय कई और बदमाश गिरोहों का खुलासा हो सकता है।