रायपुर पुलिस कमिश्नर 1 नवंबर से नहीं… सिर्फ प्रस्ताव बना है, न मंथन न अध्यादेश… अब जनवरी तक टलने के आसार
छत्तीसगढ़ में पहली बार रायपुर में लागू होने वाला पुलिस कमिश्नर सिस्टम 1 नवंबर से लागू नहीं होगा। द स्तम्भ ने इस तारीख से रायपुर में पुलिस कमिश्नर बिठाने की संभावनाएं जताई थीं क्योंकि एडीजी प्रदीप गुप्ता की कमेटी ने प्रस्ताव तैयार कर दिया था और इस पर मंथन किया जाने वाला था। लेकिन प्रस्ताव पर अब तक मंथन शुरू नहीं हुआ है और अब राज्योत्सव तक इसके आसार भी नहीं है। दूसरा, पुलिस कमिश्नर सिस्टम के लिए अध्यादेश लाना होगा, जो विधानसभा के शीतसत्र में ही आने की संभावना है। इस लिहाज से यह माना जा रहा है कि रायपुर में पुलिस कमिश्नर 1 नवंबर के बजाय अब जनवरी 2026 में ही बैठ पाएंगे और 26 जनवरी के आसपास ऐसा हो जाएगा।
यह स्पष्ट हो चुका है कि आईजी रैंक के अफसर को ही पुलिस कमिश्नर बनाया जाएगा। इसे लेकर दिलचस्प चर्चाएं भी हैं। कुछ साल पहले तक रायपुर में सीनियर रैंक के एसपी पदस्थ होते थे। बाद में डीआईजी को भी रायपुर की कमान देने की जरूरत पड़ी तो यहां एसएसपी बिठाए जाने लगे। वर्तमान एसएसपी भी डीआईजी हैं। लेकिन कई बार आईजी रैंक के अफसर भी चाहते हैं कि जिले की कप्तानी करें। यह संभव नहीं था, लेकिन कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद आईजी कमिश्नर बनकर पदस्थ होने लगेंगे। पुलिस कमिश्नर के पास मौजूदा एसएसपी की तुलना में ज्यादा अधिकार रहेंगे, लेकिन तकनीकी रूप से जिले में पुलिस कप्तानी वही करेंगे।
बहरहाल, पुलिस कमिश्नर सिस्टम का प्रस्ताव भेजने के बाद यह चर्चा शुरू हो गई थी कि रायपुर के पहले पुलिस कमिश्नर और एडिशनल या ज्वाइंट कमिश्नर कौन बनेंगे। यह बात निकलकर आई थी कि रायपुर में पहली पदस्थापना इस तरह होगी कि अभी जो जोड़ी काम कर रही है, वही रहेगी। इन चर्चाओं का कोई आधार नहीं है, लेकिन इसी आधार पर पहले कमिश्नर और पहले एडिशनल कमिश्नर के नाम भी चलने लगे थे। चूंकि पूरा सिस्टम ही टलता दिख रहा है, इसलिए नामों पर चर्चा भी फिलहाल थम गई है।



