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नई विधानसभा के गुंबद 5 किमी दूर से दिखने लगे… 30 सितंबर तक पूरा करने के लिए PWD मंत्री साव-सचिव कमलप्रीत का रोज़ वहीं डेरा… एक-दो अफ़सरों के कारण अटपटे इंटीरियर की चर्चा

नवा रायपुर में बन रहा छत्तीसगढ़ का नया विधानसभा भवन अब सीबीडी स्टेशन के पास से नज़र आने लगा है, जो करीब 5 किमी दूर है। एकात्म पथ से एक बड़ा और दो छोटे डोम दिख रहे हैं। पूरे नवा रायपुर में महानदी और इंद्रावती समेत कई विशाल भवन बने हुए हैं, लेकिन पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई जा रही यह इमारत इंडियन-रोमन आर्किटेक्चर का भव्य उदाहरण बन गई है। यकीन करिए कि नई विधानसभा जैसा एक भी भवन छत्तीसगढ़ में नहीं है। पूरा होने के बाद यह भवन एकाध किमी दूर से भी सेल्फी-रील्स के लिए पहली पसंद होगा, यह बात अलग है कि सुरक्षा कारणों से इसकी लिबर्टी न मिले।

सीएम विष्णुदेव साय और स्पीकर डॉ रमन सिंह इस लेवल पर नए विधानसभा भवन के निर्माण की मॉनिटरिंग कर रहे हैं, ताकि 30 सितंबर तक बाहरी और भीतर का सारा काम पूरा हो जाए। इस टारगेट को पूरा करने के लिए मंत्री अरुण साव और पीडब्ल्यूडी सेक्रेटरी डॉ कमलप्रीत सिंह ने वहाँ लगभग डेरा ही डाल रखा है और रोज़ाना नए विधानसभा भवन में ही नज़र आ रहे हैं। पीडब्ल्यूडी के कुछ अफ़सर भी वहीं दिख रहे हैं। अभी भवन में इंटीरियर का काम ज़ोरो पर है। भीतर सदन और कक्ष तैयार हो रहे हैं। पेंट, लाइट्स और फॉल सीलिंग्स फाइनल हो रही हैं। हालांकि कुछ डिज़ाइन और कलर्स पर एतराज़ भी हुआ है। परिसर के बाहर मिले कुछ वर्कर्स के मुताबिक़ एक-दो अफ़सर प्रयोग के नाम पर कुछ अटपटा कर रहे हैं, जबकि विधानसभा की गरिमा के लिए इसके विशिष्ट इंटीरियर और कलर स्कीम बिल्कुल अलग ही हैं।

नई विधानसभा के बारे में

अभी जीरो पाइंट पर मौजूद विधानसभा परिसर से लगभग ढाई गुना बड़ा होगा। इसमें विधानसभा भवन 5 लाख वर्गफीट में बनाया गया है, जबकि पूरा परिसर 50 एकड़ जगह पर है। नए विधानसभा भवन की खास बात ये है कि छत्तीसगढ़ में अभी भले ही 90 विधायक हैं, लेकिन नए परिसर के सेंट्रल हाल में 200 विधायकों के बैठने की  व्यवस्था बना दी गई है। अभी सीएम को मिलाकर छत्तीसगढ़ में 13 मंत्रियों का प्रावधान है, लेकिन इस भवन में 22 मंत्रियों के लायक तमाम व्यवस्थाएं बनाई गई हैं।

पूरी तरह सोलर एनर्जी परिसर, 2 हजार पेड़

द स्तंभ ने नए विधानसभा भवन और परिसर की जानकारी इकट्ठा की हैं। इसके मुताबिक पूरा परिसर सोलर बिजली से रोशन होने वाला है। यहां 2000 किलोवाट क्षमता का बिजली प्लांट लगाया जा रहा है। इसके अलावा, परिसर में छत्तीसगढ़ के जंगलों में पाए जाने वाले 2000 पेड़ लगाए गए हैं। इनमें महुवा, साल, इमली, तेंदू, नीम, सागौन-शीशम, बरगद-पीपल जैसे पेड़ होंगे। विधानसभा भवन में आयुर्वेद से एलोपैथी तक, हर किस्म के अस्पताल और मेडिकल स्टोर्स का अलग लाउंज बन रहा है। इसमें पोस्ट आफिस, बैंक, पुराने विधायकों के लिए जगह, अफसरों के लिए अलग लाउंड, पूरा स्वतंत्र मीडिया सेंटर, लाइब्रेरी तथा ई-लाइब्रेरी, नए विधायकों के लिए री़डिंग रूम समेत कई ऐसी सुविधाएं बना जा रही हैं, जो मौजूदा विधानसभा भवन में नहीं हैं।

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