रायपुर दक्षिण में एक-एक पैसा, चाय-समोसे व गाड़ियों का हिसाब रखेंगे 9 स्क्वाड और 12 निगरानी दल… 4 नाके भी एक्टिव
रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने भले ही उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, लेकिन निर्वाचन अमले ने वहां के चुनाव में खर्च होने वाले एक-एक पैसे का हिसाब रखने, हर गाड़ी को गिनती में लेने, मतदाताओं को लुभाने की कोशिशों के नाकाम करने और अगर कोई गाड़ियों में गिफ्ट लेकर जा रहा हो तो उसे पकड़ने की पूरी तैयारी कर ली है।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर रायपुर दक्षिण उपचुनाव की घोषणा के बाद आचार संहिता लागू कर दी गई है। इसी के तहत दक्षिण क्षेत्र से पोस्टर और वाल राइटिंग मिटाई जा रही है। इसके अलावा, निर्वाचन के लिए होने वाले खर्च की निगरानी के लिए निर्वाचन आयोग ने पूरे रायपुर जिले में 19 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए हैं। ये राजनैतिक दलों के हर चुनावी कार्यालय तथा रैली-सभाओं में समोसे-चाय तक का हिसाब रखेंगे। इसके अलावा वोटरों को लुभाने तथा अन्य तरह की शिकायतों पर कार्रवाई के लिए आयोग ने दक्षिण क्षेत्र में 9 फ्लाइंग स्क्वाड बना दिए हैं। ये हर जगह तुरंत पहुंचेंगे। साथ ही 12 स्थैतिक निगरानी दल (एसएसटी) भी बनाए गए हैं। रैली-सभा तथा अन्य गतिविधियों और प्रत्याशियों के मूवमेंट को कैमरे में कैद करने के लिए दो वीडियो अवलोकन दलों (वीवीटी) को तैनात किया गया है। चुनावी खर्च पर निगरानी रखने के लिए रायपुर कलेक्टर (जिला निर्वाचन अधिकारी) ने भी अलग-अलग क्षेत्रों में चार नाके एक्टिव कर दिए हैं। ये नाके टिकरापारा थाना के अंतर्गत देवपुरी में, पुरानी बस्ती थाना के अंतर्गत भाठागांव में, आजाद चौक थाना के अंतर्गत अग्रसेन चौक में और कोतवाली थाना के अंतर्गत सुभाष स्टेडियम में स्थापित किए जा रहे हैं।